राजस्थान में सियासी घमासान, इस्तीफा दे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह: अजय माकन

ajay makan
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जयपुर में दिल्ली रोड स्थित फेयरमोंट होटल राजस्थान की राजनीति का केंद्र बन चुका हैं

करीब एक हफ्ते से गहलोत गुट के विधायकों की बाड़ेबंदी लगातार जारी है

राजस्थान में सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेता अजय माकन फेयरमोंट होटल में प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोग वोट डालने से पहले सोचेंगे कि हम वोट डालने जा रहे हैं। धनबल का उपयोग करके कुछ लोग हमारे मत को बदल सकते हैं तो यों वोट दें। हम सब को मिलकर लोकतंत्र बचाने की जरूरत है। जब एसओजी की टीम हरियाणा पहुंची तो उन्हें रोक दिया गया। विधायकों को भागने का मौका दिया गया।

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अगर भाजपा का रोल नहीं है तो भाजपा के प्रदेशों में ही विधायक क्यों जा रहे हैं। माकन ने कहा कि लगातार खबरें आ रही हैं कि लोग दिल्ली के पांच सितारा होटल में अलग-अलग करके रखे गए। फिर सूचना आती है कि वो शायद कर्नाटक चले गए। अगर भाजपा का रोल नहीं तो उनके शासित राज्यों में ही यों शरण लेने की जरूरत पड़ रही है। अगर अब भी विधायकों में कांग्रेस के प्रति आस्था है तो कांग्रेस के शासन के अंदर अपने परिवार में आने में या दिक्कत है।

राजस्थान में सियासी घमासान को लेकर अजय माकन की प्रेस वार्ता

वॉयस सैंपल यों नहीं दे रहे माकन ने कहा कि अगर हमारी एसओजी की टीम वॉयस सैंपल लेने के लिए जाती है तो यों उन्हें रोका जाता है। अगर ये निर्देश हैं तो आगे बढ़कर वॉयस सैंपल यों नहीं देते। आज सबसे बड़ा प्रश्न है कि हरियाणा, मानेसर, दिल्ली या उससे आगे यों भाग रहे हैं। वॉयस सैंपल देने से भाग रहे हैं कि कहीं सब कुछ साफ न हो जाए।

भाजपा और केन्द्र सरकार पर दागे 5 सवाल

  • जब गजेंद्र सिंह का नाम एफआईआर में आ गया। यों वह अभी भी केंद्र सरकार में मंत्री पद में बने हैं? उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। उन्हें अपना वॉयस सैंपल देना चाहिए।
  • भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह का वॉयस सैंपल देने से यों रोका जा रहा है?
  • क्या केंद्र सरकार के और बड़े नेता इसमें शामिल हैं? सीबीआई जांच करवाकर या वो नामों को दबाना चाहते हैं?
  • क्या भाजपा को ये नहीं बताना चाहिए कि इतना काला धन कहा से आ रहा है? 25-35 करोड़ की बात कर रहे हैं।
  • अगर भाजपा की कोई भूमिका नहीं है, तो केंद्र सरकार से लेकर हरियाणा सरकार, इनकम टेस, ईडी, दिल्ली पुलिस कांग्रेस के विधायकों को सुरक्षा देने और दबाव यों बना रही है?