उर्मिला मातोंडकर बोली-इंडस्ट्री में उनका खुद का स्ट्रगल रहा है, उन्होंने भी बड़ी मात्रा में नेपोटिज्म का सामना किया

कंगना रनोट ने हाल ही में एक्ट्रेस और पॉलिटिशियन उर्मिला मातोंडकर पर अपने स्ट्रगल का अपमान करने का आरोप लगाया था और उन्हें सॉफ्ट पोर्न स्टार भी कहा था। हालांकि उर्मिला का कहना है कि इंडस्ट्री में उनका खुद का स्ट्रगल रहा है और उन्होंने भी काफी बड़ी मात्रा में नेपोटिज्म का सामना किया था। यहां तक कि उनके बारे में भी काफी कुछ अनाप-शनाप लिखा गया था।

एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू के दौरान उर्मिला ने बताया कि हम सभी ने अपने-अपने संघर्षों का सामना किया। मैं खुद एक अत्यंत मध्यमवर्गीय महाराष्ट्रीयन पृष्ठभूमि से आती हूं। मैंने खुद भी नेपोटिज्म को झेला है। मैंने भी इससे लड़ाई लड़ी है और खुद को उससे उबारा भी है।

करियर की शुरुआत में नेपोटिज्म को झेला

एक्ट्रेस ने बताया कि 1991 में फिल्म नरसिम्हा से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत के बाद उन्हें भी नेपोटिज्म का सामना करना पड़ा था, क्योंकि उस साल उनके साथ ही कई नए चेहरे भी लॉन्च हुए थे। जिनमें से ज्यादातर चेहरे इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से संबंधित थे।

उर्मिला ने कहा, अगर मैं नेपोटिज्म शब्द के बारे में बात करना शुरू करूं तो मुझे लगातार कई घंटों तक इसके बारे में बात करना होगी। मुंबई से होने के बावजूद जितनी मात्रा में मैंने इसका सामना किया है, सिर्फ यही कहूंगी कि वो काफी चिंताजनक है।

16-17 नई लड़कियों के बीच किया था डेब्यू

उर्मिला के अनुसार, 1991 में मेरे अलावा कुछ 16-17 नई लड़कियों ने बॉलीवुड में एंट्री ली थी और उनमें से कुछ आठ या नौ इंडस्ट्री से जुड़े किसी ना किसी व्यक्ति की बेटियां थीं। करिश्मा कपूर, रवीना टंडन, पूजा भट्ट, काजोल उनमें से कुछ नाम हैं।

मुझे इंडस्ट्री के नियम नहीं पता थे

उन्होंने आगे कहा, रंगीला के पहले मेरे बारे में भी काफी कुछ अनाप-शनाप लिखा गया। मैंने नरसिम्हा से काफी अच्छी शुरुआत की थी और लोगों ने मुझे पसंद किया था और डांस और एक्टिंग को लेकर मेरी तारीफ की थी। लेकिन मुझे लगता है क्योंकि इंडस्ट्री में मेरे पास ज्यादा सपोर्ट नहीं था और मैं एक बिल्कुल गैर फिल्मी पृष्ठभूमि वाली आउटसाइडर थी, तो मुझे कहीं ना कहीं यहां के नियम नहीं पता थे।

मेरे बारे में खूब वाहियात बातें लिखी गईं

मुझे ये नहीं पता था कि मीडिया को किस तरह से खुश रखना है। जो कि उस समय बहुत बड़ी बात थी। इस मामले में मैं नॉर्मल से बहुत नीचे थी। मेरे बारे में इतनी वाहियात बातें लिखी गई थीं, कि वो ऐसे फेसेस बनाती है, वो ये है वो वो है, मुझे डिमोरलाइज करने का कोई भी मौका किसी ने भी नहीं गंवाया था।

भले ही उस इंसान को अपनी जॉब आती हो या ना आती है। इसमें उस वक्त के मीडिया के अलावा इंडस्ट्री के काफी लोग भी शामिल थे। उन्होंने कहा, जिस समय मैं रंगीला कर रही थी, उस समय मुझे इस तरह से नकार दिया गया था जैसा सिनेमा के इतिहास में कभी किसी के साथ नहीं हुआ होगा।