अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक की, 21 की मौत

हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक
हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक

सना। अमेरिकी सेना ने शनिवार को यमन में हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक की। इस हमले में 21 लोगों की जान गई है। डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद यह अमेरिका की हूती विद्रोहियों पर पहली बड़ी कार्रवाई है। इसके बारे में ट्रम्प ने सोशल मीडिया पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- हूती आतंकियों, तुम्हारा वक्त पूरा हो गया है। अमेरिका तुम पर आसमान से ऐसी तबाही बरसाएगा, जो पहले कभी नहीं देखी होगी। दरअसल, यह कार्रवाई रेड सी में अमेरिकी जहाजों पर किए गए हूती हमलों के जवाब में की गई है। चार महीने पहले हूती विद्रोहियों ने रेड सी में अमेरिकी वॉरशिप पर कई हमले किए थे।

ट्रम्प की ईरान को चेतावनी- अपनी सेना पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे

ट्रम्प ने कहा कि इन हूती आतंकियों को ईरान फंड कर रहा है। ये आतंकी अमेरिकी विमानों पर मिसाइलें दाग रहे हैं और हमारे सैनिकों और सहयोगियों को निशाना बना रहे हैं। इन हमलों से अमेरिका और ग्लोबल इकोनॉमी को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है और बेगुनाह लोगों की जान खतरे में पड़ी है। ईरान को चेतावनी देते हुए ट्रम्प ने कहा कि हूती आतंकियों को समर्थन देना बंद करो। अमेरिका को, उसके राष्ट्रपति को धमकाने की कोशिश मत करो। अगर तुमने ऐसा किया तो अमेरिका तुम्हें पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराएगा और हम इसे हल्के में नहीं लेंगे!

ट्रम्प बोले- बाइडेन ने कभी शक्ति के साथ जवाब नहीं दिया

ट्रम्प ने कहा कि इन हमलों के खिलाफ जो बाइडेन ने कभी ताकत के साथ कार्रवाई नहीं की, इसलिए हूती बेखौफ होकर हमले करते। आखिरी बार किसी अमेरिकी जहाज को सुरक्षित तरीके से स्वेज नहर, रेड सी या अदन की खाड़ी से गुजरे हुए एक साल हो गया है। लेकिन अब अमेरिकी जहाजों पर हूती हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।

हूती विद्रोही बोले- हम अमेरिका को बराबर का जवाब देंगे

अमेरिकी हमले के बाद हूती विद्रोहियों ने कहा कि वो अमेरिका के हमले का जवाब देंगे। उन्होंने अल-मसीराह टीवी चैनल पर जारी बयान में कहा कि हमारी यमनी सेनाएं पूरी तरह तैयार हैं। अगर अमेरिका हमारे खिलाफ कार्रवाई बढ़ाता है, तो हम भी उसी स्तर पर जवाब देंगे। फिलिस्तीनी संगठन हमास ने शनिवार को अमेरिकी हमलों की निंदा की। हमास ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन और देश की संप्रभुता और स्थिरता पर हमला करार दिया।