डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनीं कमला हैरिस

हैरिस की मां भारतीय और पिता जमैका के थे, भारतीय-अमेरिकन और अश्वेत कम्युनिटी में उनकी अच्छी पकड़ है

वॉशिंगटन। अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडेन ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारतीय मूल की कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार चुना है। मंगलवार को बिडेन ने ट्वीट किया- मेरे लिए यह घोषणा करना बहुत सम्मान की बात है कि मैने कमला हैरिस को चुना है। वह एक निडर फाइटर, देश की बेहतरीन जनसेवक हैं।

अगर चुनावों में 78 साल के बिडेन की जीत होती है तो वे सबसे ज्यादा उम्र के राष्ट्रपति होंगे, जबकि हैरिस की उम्र अभी 55 साल है। हैरिस अभी सीनेट की सदस्य हैं। वे कैलिफोर्निया की अटार्नी जनरल रह चुकी हैं। अमेरिका के इतिहास में अभी तक केवल दो बार कोई महिला उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनी है। 1984 में डेमोक्रेट गेराल्डिन फेरारो और 2008 में रिपब्लिकन सारा पालिन को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया गया था। लेकिन किसी को भी जीत हासिल नहीं हुई।

7 अक्टूबर को माइक पेंस से डिबेट होगी

कमला हैरिस अमेरिका के उपराष्ट्रपति पद की पहली अश्वेत उम्मीदवार हैं। अब सात अक्टूबर को उनकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस से डिबेट होगी। पेंस रिपब्लिक पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार भी हैं। यह डिबेट ऊटा के साल्ट लेक सिटी में होनी है। अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं।

मां भारतीय और पिता जमैका के

कमला हैरिस की पहचान भारतीय-अमेरिकन के तौर पर है। उनकी मां श्यामला गोपालन भारत के तमिलनाडु राज्य की थीं। वे कैंसर रिसर्चर थीं। कमला हैरिस के नाना पीवी गोपालन एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। आजादी के बाद में वे एक सिविल सर्वेंट बने थे। कमला के पिता डोनाल्ड हैरिस जमैका के हैं।

कमला हैरिस ने कहा कि जो बिडेन अमेरिकी लोगों को एकजुट कर सकते हैं क्योंकि, उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी हमारे लिए लडऩे में बिताई है। राष्ट्रपति के तौर पर वह ऐसा अमेरिका बनाएंगे जो हमारे आदर्शों के मुताबिक होगा।

राष्ट्रपति चुनावों के लिए उम्मीदवारी पेश की थी

कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति चुनाव के लिए दावेदारी पेश की थी। हालांकि, प्राइमरी चुनावों में उन्हें बिडेन और बर्नी सैंडर्स के आगे करारी हार मिली थी। डेमोक्रेटिक कैंडिडेट की एक डिबेट में उन्होंने बिडेन पर नस्लवाद को बढ़ावा देने के आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्हें चुनावों में कुछ बढ़त भी मिली थी, लेकिन फिर भी वे काफी पीछे रही थीं।

बिडेन से पुराने रिश्ते अच्छे नहीं

जो बिडेन और कमला के रिश्तों में एक रोचक बात है। जो के बेटे बियू और कमला अच्छे दोस्त हैं। बियू डेलावेयर के अटॉर्नी जनरल रहे हैं। वहीं, कमला कई मौकों पर जो की आलोचना कर चुकी हैं। पिछले साल जो ने इस पर हैरानी भी जताई थी। सीएनएन के मुताबिक- बियू की वजह से ही जो और कमला के रिश्ते बेहतर हुए हैं।

भारतीय अमेरिकियों और अश्वेतों में अच्छी पकड़

कमला हैरिस की मां भारतीय और पिता जमैका के होने के चलते उनकी दोनों कम्युनिटी में अच्छी पकड़ है। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से अश्वेतों में सरकार के खिलाफ गुस्सा है। ऐसे में डेमोक्रेटिक पार्टी उन्हें अपनी ओर खींचना चाहती है। प्राइमरी चुनावों के दौरान कमला ने एक आर्टिकल लिखा था, जिसमें उन्होंने खुद के अश्वेत होने पर गर्व जताया था। इसके साथ ही भारतीय संस्कृति की भी तारीफ की थी। उन्होंने मसाला डोसा बनाते हुए एक वीडियो भी पोस्ट किया था।