विधानसभा में कांग्रेस विधायकों और मार्शल के बीच जोरदार भिडंत, बनते-बनते फिर बिगड़ी बात

राजस्थान विधानसभा में सत्ता-पक्ष और प्रतिपक्ष के बीच गतिरोध टूटने के आसार बने लेकिन बनते-बनते बात माफी को लेकर ऐसी बिगड़ी की सदन में बवाल हो गया। स्पीकर ने प्रश्नकाल के बाद निलंबित विधायकों को सदन से बाहर निकालने के लिए मार्शल बुला लिए। इसके बाद विधानसभा में कांग्रेसी विधायकों और मार्शल प्रतिनिधियों के बीच जोरदार भिडंत हो गई।

बीते तीन दिनों से सदन में चल रहे गतिरोध के आज टूटने के आसार बने। लेकिन स्पीकर और कांग्रेस विधायकों के बीच तनातनी इतनी बढ़ गई कि मामला फिर से बिगड़ गया। स्पीकर ने प्रश्नकाल के बाद निलंबित विधायकों को सदन से निकालने के लिए मार्शल बुला लिए। इसके बाद मार्शल प्रतिनिधियों और कांग्रेस विधायकों के बीच जबरदस्त धक्का-मुक्की हो गई। हालांकि मामला बिगड़ता देख स्पीकर ने कार्यवाही 1 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है।


जूली बोले कुछ लोग नहीं चाह रहे हैं कि सदन चले

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन के बाहर आकर बयान दिया। सदन में तीन दिन से गतिरोध चल रहा था उसे तोड़ने के लिए संसदीय मंत्री और स्पीकर से बातचीत हुई। जो बात सत्ता पक्ष चाहता था उस पर हम सभी सहमत भी हो गए। लेकिन इसके बाद भी सदन को चलाने की सरकार की मंशा नजर नहीं आ रही है। जूली बोले कुछ लोग नहीं चाह रहे हैं कि सदन अच्छे से चले। सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वह प्रतिपक्ष को साथ में लेकर सदन में गतिरोध दूर करे। लेकिन हमारी लाखा कोशिशों के बावजूद भी ये दादागिरी करना चाहते हैं तो हमें भी आगे की रणनीति तय करनी होगी। जूली बोले हमारी तरफ से वार्ता के सारे दरवाजे खुले हैं। यह गतिरोध खत्म होकर वार्ता होनी चाहिए। यह इन लोगों ने इगो बना रखा है कि विपक्ष को गालियां दें और सदन चलाने के लिए उनका सहयोग भी नहीं लें, ऐसा तो नहीं चलेगा।

आज ऐसे चला घटनाक्रम

सोमवार को प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा हो गया। स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत निलंबित 6 विधायकों को सदन से जाने को कहा। निलंबित विधायक सदन में डटे रहे। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। कार्यवाही स्थगित होने के बाद सत्ता पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों वार्ता के लिए स्पीकर के चैंबर में पहुंच गए हैं। प्रश्नकाल के बाद स्पीकर फिर सदन की कार्यवाही फिर से शुरू करने के लिए पहुंचे। इसके बाद जूली और डोटासरा भी सदन में आ गए। कांग्रेस विधायक नारेबाजी कर रहे थे। स्पीकर ने उन्हें सदन से बाहर जाने के लिए फिर से कहा। इसके बाद तैश में आए कांग्रेस विधायक फिर से स्पीकर के आसन की तरफ बढ़ गए और मामला बिगड़ गया।