विवेकानंद ग्लोबल विश्वविद्यालय का पांचवा दीक्षांत समारोह आयोजित

1080 छात्र-छात्राओं को डिग्रीयाँ और 9 डॉक्टर ऑफ फिलॉसॉफी की उपाधि प्रदान की गई

जयपुर। जगतपुरा स्थित विवेकानंद ग्लोबल विश्वविद्यालय में पांचवें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. बी.डी. कल्ला, कैबिनेट शिक्षा मंत्री (प्राथमिक और माध्यमिक), राजस्थान सरकार , विशिष्ट अतिथि जस्टिस भंवरू खान, सेवानिवृत्त न्यायाधीश ,राजस्थान राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष , विशेष अतिथि कुंजी लाल मीणा, आईएएस,प्रमुख शासन सचिव,यूडीएच विभाग , राजस्थान सरकार , डॉ ललित पंवार चेयर पर्सन,डॉ के राम मुख्य संरक्षक (वीजीयू ), डॉ के आर बागरिया,वाइस चेयरपर्सन ने दीप प्रज्वलित करके किया।इसे उपरांत डॉ विजय वीर सिंह ,प्रेसिडेंट VGU ने स्वागत उद्बोधन दिया और वार्षिक गतिविधियों की जानकारी दी।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. बी.डी. कल्ला ने अपने भाषण की शुरुआत बेंजामिन फ्रैंकलिन के प्रसिद्ध उद्धरणों के साथ की और कहा कि “जल्दी सोना और जल्दी उठना मनुष्य को स्वस्थ, धनी और बुद्धिमान बनाता है” । डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि जो छात्र सुबह जल्दी उठते हैं उनका स्वास्थ्य अच्छा होता है और वे अपना काम कुशलता से करते हैं और उन्होंने कहा कि जब छात्रों को अपने अध्ययन से संबंधित किसी भी शैक्षिक जानकारी की आवश्यकता होती है तो वे केवल फोन, टीवी और कंप्यूटर का उपयोग करना चाहिए।

इसी क्रम में श्री कुन्जी लाल मीणा, ( आईएएस, प्रमुख सचिव शहरी विकास राजस्थान सरकार) ने कहा कि “आगे आप जिस भी क्षेत्र में जाएं और जिन कपडो में आज आप आए हैं, सफेद, (जो प्रगति, शांति, स्वच्छता का प्रतीक है), उस पर कभी दाग न लगने दें, हमेशा इन कपड़ों की गरिमा बनाए रखें”, । डॉ ललित के पंवार, चेयरपर्सन VGU ने इस अवसर पर सभी उपाधि प्राप्त कर्ताओं एवं मेडल धारकों को बधाई दी और उन्होंने कहा कि ज़िंदगी में आने वाली रुकावटों का जो डट कर सामना करते हैं वही विजेता होते है। शिक्षा अनमोल है और जीवन के हर क्षण में साथ देती है। उन्होंने कहा कि सभी उपाधि प्राप्त कर्ताओं एवं मेडल धारकों से मैं उम्मीद करता हूं कि वे अपने जीवन में, अपने विचारो, कार्य और बातचीत में वे खुद को डिग्री के योग्य साबित करेंगे।”

इस अवसर पर विश्वविद्यालय ने राजस्थान राज्य की प्रतिष्ठित हस्तियों को मानद उपाधि प्रदान की जिसमे प्रमुख रूप से डी. आर. मेहता (संस्थापक जयपुर फुट), पंडित विश्व मोहन भट्ट (ग्रैमी पुरस्कार विजेता) , लीला बोर्डिया (ब्लू पॉटरी समर्थक, सामाजिक-उद्यमी), डॉ. राजेंद्र सिंह (भारत के जल पुरुष), डॉ. वीरेंद्र सिंह (प्रसिद्ध पल्मोनोलॉजिस्ट) नाम सम्मिलित हैं।

इस अवसर पर वीजीयू के रजिस्ट्रार प्रो. डॉ प्रवीन चौधरी ने स्नातक करने वाले छात्रों को शपथ दिलाई एवं जानकारी देते हुए बताया कि विवेकानंद यूनीवर्सिटी के पांचवें दीक्षांत समारोह में 1080 छात्र-छात्राओं को डिग्रीयाँ प्रदान की गईं हैं जिसमें 15 स्वर्ण पदक , 8 रजत पदक एवं 6 कांस्य पदक प्रदान किए गए हैं एवं 9 डॉक्टर ऑफ फिलॉसॉफी की उपाधि प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि यूनीवर्सिटी के लिए भी यह गर्व की बात है कि उनके यहाँ शिक्षा प्राप्त कर छात्र अब अपने जीवन में आगे बढ़ेगें और यूनीवर्सिटी का नाम रोशन करेंगें। कार्यक्रम के अंत में डॉ के.आर. बगरिया (वाइस चेयरपर्सन वीजीयू)ने धन्यवाद ज्ञापित किया और छात्र-छात्राओं को बधाई दी एवं शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर दिया।

उन्होंने उपस्थित अतिथियों, अभिभावकों, छात्र-छात्राओं को कार्यक्रम सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्री ओंकार बगरिया (सीईओ,वीजीयू) , डॉ बलदेव सिंह डीन इंजिनियरिंग, डॉ श्वेता चौधरी, डीन डिजाइन और एसोसिएट डीन रिसर्च एंड डवलपमेंट, प्रो होशियार सिंह डीन एग्रीकल्चर, डॉ सुबोध श्रीवास्तव कार्यकारी डीन रिसर्च एंड डवलपमेंट , डॉ मनीषा चौधरी असोसिएट डीन मैनेजमेंट विभाग, एवं समस्त विश्वविद्यालय के फैकल्टी एवं स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा।