
नई दिल्ली। टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री नए सीजन की शुरुआत इस आस के साथ करने जा रहे हैं कि इस साल भारतीय टीम के खाते में एक और वल्र्ड कप जरूर आएगा। शास्त्री मानते हैं कि इस टीम में माद्दा है और उसे सिर्फ अपनी पिछली गलतियों से सीख लेनी है। मानसिक तौर पर थोड़ा और मजबूत होने की जरूरत है। श्रीलंका के खिलाफ साल की पहली सीरीज में उतरने से पहले शास्त्री ने कहा कि वल्र्ड कप के लिए अंतिम तौर पर टीम चुनने में आईपीएल का अहम रोल होगा।
लोगों को आईपीएल तक इंतजार करना चाहिए। मैं किसी को भी खारिज नहीं करता। अगर कुछ इंजरी होती हैं तो आप आईपीएल को ही देखेंगे कि वहां कौन अच्छा कर रहा है। मुझे पूरा यकीन है कि आईपीएल से एक या दो प्लेयर ऐसे मिल सकते हैं, जिनके बारे में आपने सोचा भी न हो और उन्हें खिलाना पड़ सकता है। उस वक्त की फॉर्म बहुत जरूरी हो जाएगी। क्योंकि आईपीएल के बाद वल्र्ड कप में तीन-चार महीने ही रह जाएंगे। आईपीएल से हमें अंतिम तौर पर 16-17 खिलाड़ी तय करने में मदद मिलेगी।
प्रभावित करने वाले नए खिलाड़ी
पृथ्वी साह ने पिछले साल की अच्छी शुरुआत की थी लेकिन वह फिर चोटिल हो गए। शुभमान गिल भी शानदार खिलाड़ी हैं। बोलर्स में दीपक चाहर ने बहुत अच्छा किया है। हालांकि, उन्हें अपनी फिटनेस पर काम करना होगा। इंजरी से बचकर रहना होगा।
युवाओं के लिए मौका : इंडिया ए में शामिल किए गए कई युवाओं के लिए अच्छा मौका होगा। उनके पास न्यूजीलैंड में हमारे पहुंचने से पहले सिलेक्टर्स को प्रभावित करने का मौका है। दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार चोटिल हैं तो बोलर्स के लिए भी अवसर होगा। ये दोनों कुछ समय के लिए बाहर रहेंगे।
स्पिन में कॉम्बिनेशन जरूरी : हमारे पिछले मैच को ही देखें जहां कुलदीप यादव खेले जबकि युजवेंद्र चहल इलेवन में नहीं थे। हमने सुंतलन बनाने के लिए रविंद्र जाडेजा को शामिल किया क्योंकि उनकी बैटिंग की भी अहमियत थी। हार्दिक की वापसी पर हम शायद एक साथ दो स्पिनर भी खिला सकें। सब कुछ निर्भर करता है कि बैलेंस, कॉम्बिनेशन और ऑपजिशन पर। यह सबको समझना होगा।