लंदन में लहरिया की लहर : राजस्थान की बेटियों ने लहराया लहरिया और बंधनी का परचम

London shadi

लंदन। लंदन में 6 अगस्त को देश का पहला साड़ी वॉकथॉन का आयोजन हुआ जिसमें 500 से अधिक महिलाओं ने भारत के 28 राज्यों के हैंडलूम को मुख्य पृष्ठ पर लाने का बीड़ा उठाया। ये साड़ी वॉकथॉन लंदन के ट्राफलगर स्क्वायर से होता हुआ, प्रधान मंत्री के निवास स्थान नंबर 10 डाउनिंग स्ट्रीट तक पहुंच और वहां ‘कश्मीर से कन्याकुमारी’ गाने पर सामूहिक नृत्य किया। वहां से होते हुए महिलाओं की कई किलोमीटर लंबी लाइन पार्लियामेंट स्क्वायर तक पहुंची, जहां उन्हें महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाएं और वंदना की।

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इस वॉकथॉन से इकठ्ठा हुआ फंड भारत के बुनकरों को दिया जाएगा। गांधी जी के स्वदेशी आंदोलन की तर्ज पर ये वॉकथॉन हो रहा है ताकि लंदन रहने वाली महिलाएं अपने भारतीय पहचान और पेहनवा को बढ़ावा दे, बुनकरों को रोजगार मिले और बाजारों में हथकरघा को खूब बढ़ावा मिले।

मातृभूमि की खुशबू से जोड़े रखती है

लंदन में लहरिया की लहर
लंदन में लहरिया की लहर

घने बादलों को चीर कर निकली हो सुनहरी किरण, ऐसा दृश्य देखने को मिला जब राजस्थान की रंगीन और सदाबहार हथकरघा साडिय़ाँ पहने महिलाएं लंदन के गीले मौसम का सामना करते हुए बड़ी संख्या में एकत्रित हुईं। राजस्थान प्रदेश की समन्वयक राखी सिंह गहलोत ने बताया, हम लगभग 25 महिलाएं पिछले 2 महीने से इस इवेंट की सफल योजना की तैयारी कर रहे हैं। साड़ी पहन कर मुझे मेरी माँ की याद आती है और मातृभूमि की खुशबू से जोड़े रखती है। राखी एक लेखिका हैं और लंदन में अपनी एक डिजिटल मीडिया एजेंसी चलाती हैं।

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साड़ी प्रेम प्रेरणादायक

यह साड़ी वॉकथॉन ब्रिटिश वूमेन इन साडीज़ के अंतरगत हो है, जिसकी प्रमुख डॉ. दीप्ति जैन का साड़ी प्रेम प्रेरणादायक है। उनका मानना है कि साड़ी एक ऐसा परिधान है जो कभी फैशन से बाहर नहीं हो सकता। इससे पहले भी हमारा समुह रॉयल एस्कॉट में साड़ी पहन कर गया जिसकी बहुत प्रशंसा हुई। जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, गुजरात से महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल से असम और उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल जैसे बहुत सारे प्रदेश से महिलाओं के समुह बनाऐ गए हैं जिसमें बहुत बारिकियो और हर परिस्थिति पर गौर किया गया है।

 

लंदन में हैंडलूम साडिय़ों का व्यापार

जोधपुर की डिंपल कल्ला भी सकरिया रूप से इस कार्यक्रम का समन्वय कर रही हैं। डिंपल खुद लंदन में हैंडलूम साडिय़ों का व्यापार करती हैं। “हमने राजस्थान के कोटा डोरिया, लहरिया, बांधनी, सांगानेरी, बाडमेरी, दाबू प्रिंट की सारीयां पहन कर राजस्थानी घूमर और हिवड़े में राजस्थान है गाने पर नृत्य किया”, उन्होंने कहा। इस कार्यक्रम में भारत के उच्च आयोग के अधिकारी भी मौजूद थे और उन्हें वॉकथॉन के आयोजकों को बेहतर योजना और इस नयी पहल के लिए के लिए बहुत शुभकामनायें दी। यहां पर महिलाओं के परिवार वाले, बच्चे, मित्रों ने आ कर सभी महिलाओं का उत्साह बढ़ाया। विदेशी, पर्यटन और मीडिया वाले भी भारत और हथकरघा प्रेम की ये अनोखी दास्तां देख कर
हैरान रह गये।

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