मौसम ने मारा पलटा, पूरब से लेकर पश्चिम तक आंधी-बारिश

बारिश
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नई दिल्ली। देशभर में मौसम ने करवट ली है। दिल्ली एनसीआर में गुरुवार रात से तेज हवाएं और धूल भरी आंधी चल रही है। राजधानी दिल्ली में आंधी के चलते कई जगह पेड़ गिरें हैं और तेज बारिश की वजह से जलभराव हो गया है। खराब मौसम का असर दिल्ली एयरपोर्ट की फ्लाइट्स पर भी पड़ा है। कई फ्लाइट्स देर से पहुंचीं और रवाना हुईं। कुछ उड़ानों को डायवर्ट भी करना पड़ा। गुरुवार को पश्चिम बंगाल के संदकफू में ताजा बर्फबारी हुई। जम्मू में भारी बारिश हुई जिससे लोगों गर्मी से राहत मिली। देर शाम हुई बारिश के साथ सांबा में 80द्मद्वश्चद्ध की रफ्तार से आंधी भी चली। इधर मौसम विभाग ने आज राजस्थान के 30 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे पहले गुरुवार को जयपुर, जैसलमेर, भीलवाड़ा और पाली में आंधी के साथ बारिश हुई और कई जगह ओले भी गिरे। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम अचानक बदल गया। सहारनपुर, मथुरा, गाजियाबाद, आगरा, बुलंदशहर समेत 10 शहरों में तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश हुई। नोएडा में तूफानी बारिश हुई है। इतनी तेज हवा चली कि गमले, होर्डिंग , टीनशेड उडक़र दूर गिए। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, ओडिशा, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में ओले गिर सकते हैं। जबकि राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब, में धूल भर आंधी चलेगी। मौसम ने मारा पलटा, पूरब से लेकर पश्चिम तक आंधी-बारिश

दिल्ली एनसीआर में तेज आंधी से पेड़ गिरे

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दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद समेत पूरे एनसीआर में तेज बारिश, आंधी और बिजली कडक़ रही है। अचानक से मौसम में हुए बदलाव से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। दिल्ली में बारिश का सिलसिला देर रात से शुरू हुआ जो सुबह होने तक तेज हो गया। राजधानी में आंधी की वजह से कई जगह पेड़ गिरने व अन्य नुकसान की भी खबरें आ रही हैं। भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव की समस्या बन गई है। सुबह के वक्त ऑफिस और स्कूल जाने के लिए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मानवाधिकार आयोग की 11 राज्यों को हिदायत- एहतियाती कदम उठाएं

देश के कई हिस्सों में बढ़ते तापमान को देखते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गुरुवार को 11 राज्यों से तत्काल एहतियाती कदम उठाने को कहा है। इसमें उन लोगों का खास ध्यान रखने कहा गया है, जिन्हें गर्मी से जुड़ी बीमारियों का जोखिम ज्यादा है। मौसम विभाग ने 2018 से 2022 के बीच गर्मी और लू के कारण 3,798 लोगों की मौत का हवाला देते हुए कहा कि कमजोर लोगों, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों, बाहरी श्रमिकों, बुजुर्गों, बच्चों और बेघरों की रक्षा के लिए तत्काल निवारक उपाय किए जाएं। आयोग ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और राजस्थान के मुख्य सचिवों को लेटर भेजा है। जिसमें आश्रयों की व्यवस्था, राहत सामग्री की आपूर्ति, काम के घंटों में संशोधन और गर्मी से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए स्टैंडर्ड प्रोसीजर की अपील की है।

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