शरीर पर जब हमला करने लगे इम्युन सिस्टम तो आप मल्टीपल स्केलेरोसिस के शिकार

मल्टीपल स्केलेरोसिस
मल्टीपल स्केलेरोसिस

तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की आदतें इन दिनों लोगों को कई समस्याओं का शिकार बना देती हैं। मल्टीपल स्केलेरोसिस (एमएस) इन्हीं समस्याओं में से एक है, जो दुनियाभर में कई लोगों को प्रभावित करता है। यह एक गंभीर बीमारी है, जिसके प्रति पूरी दुनिया में जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 30 मई को वल्र्ड मल्टीपल स्केलेरोसिस डे मनाया जाता है। यह दिन मल्टीपल स्केलेरोसिस से पीडि़त व्यक्तियों, साथ ही उनके परिवारों और उनकी देखभाल कर रहे लोगों के लिए जागरूकता फैलाने के मकसद से मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी सभी जरूरी बातें

क्या है मल्टीपल स्केलेरोसिस?

मल्टीपल स्केलेरोसिस
मल्टीपल स्केलेरोसिस

क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक मल्टीपल स्केलेरोसिस एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जो व्यक्ति के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी (सेंट्रल नर्वस सिस्टम) को प्रभावित करती है। इस बीमारी की वजह से आपका इम्यून सिस्टम गलती से माइलिन सेल्स पर हमला करता है। ये सेल्स एक सुरक्षात्मक कवच की तरह होता है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की नसों की सुरक्षा करते हैं। माइलिन सेल के डैमेज होने पर वह संकेत बाधित होते हैं, जो आपकी नसें विजन, सेंसेशन और मूवमेंट जैसे कार्य करने के लिए आपके पूरे शरीर में भेजती हैं।

मल्टीपल स्केलेरोसिस के प्रकार?

मल्टीपल स्केलेरोसिस
मल्टीपल स्केलेरोसिस

क्लीनिकली आइसोलेटेड सिंड्रोम
रिलैप्सिंग-रिमिटिंग मल्टीपल स्केलेरोसिस
सेकेंडरी प्रोग्रेसिव मल्टीपल स्केलेरोसिस
प्राथमिक प्रगतिशील मल्टीपल स्केलेरोसिस
ट्यूमेफएक्टिव मल्टीपल स्केलेरोसिस
बेलोस कंसेंट्रिक स्केलेरोसिस
मारबर्ग वेरिएंट मल्टीपल स्केलेरोसिस

मल्टीपल स्केलेरोसिस के सामान्य लक्षण

थकान
कंपकंपी
चक्कर आना
बैलेंस की कमी
मूड में बदलाव
अव्यस्थित रहना
मांसपेशियों में ऐंठन
मांसपेशियों में अकडऩ
ब्लेडर रेगुलेशन में कठिनाई
सोचने और सीखने में परेशानी

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