
गर्मी के मौसम में हर कोई शरीर को ठंडक पहुंचाने वाली ड्रिंक्स की तलाश शुरू कर देता है। ऐसे में, नारियल पानी एक नेचुरल, हेल्दी और रिफ्रेशिंग ऑप्शन के रूप में सामने आता है, लेकिन एक सवाल जो अक्सर डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के मन में उठता है- क्या नारियल पानी उनके लिए सही है… क्या इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है? आइए जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट की क्या राय है। किन लोगों को नहीं पीना चाहिए नारियल पानी? जानें इस खबर में
नारियल पानी में क्या होता है?

नारियल पानी में पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और सोडियम जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करते हैं। इसके अलावा, इसमें नेचुरल शुगर होती है, लेकिन बहुत कम मात्रा में। 100 मिलीलीटर नारियल पानी में लगभग 2.5 से 3 ग्राम नेचुरल शुगर होती है, जो आम तौर पर डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत ज्यादा नहीं मानी जाती, लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि कितना और कब पिया जा रहा है।
क्या डायबिटीज के मरीज नारियल पानी पी सकते हैं?
नारियल पानी को एक नेचुरल एनर्जेटिक ड्रिंक माना जाता है। गर्मियों में शरीर को ठंडक देने, डिहाइड्रेशन से बचाने और इलेक्ट्रोलाइट्स बैलेंस बनाए रखने में इसका बड़ा योगदान होता है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या डायबिटीज के मरीज भी नारियल पानी पी सकते हैं? नारियल पानी में नेचुरल रूप से मौजूद शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा नहीं होती। एक कप नारियल पानी में करीब 6-7 ग्राम नेचुरल शुगर होती है, जो सीमित मात्रा में लेने पर डायबिटिक मरीजों के लिए हानिकारक नहीं है।
क्या है एक्सपर्ट की राय?
डायबिटीज एक्सपर्ट और न्यूट्रिशनिस्ट्स बताते हैं कि नारियल पानी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो इसे ब्लड शुगर को अचानक बढ़ाने वाले फूड्स की लिस्ट से अलग करता है। यानी इसे पीने से खून में शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है, जिससे डायबिटिक पेशेंट्स को नुकसान नहीं होता। “अगर नारियल पानी ताजा हो और उसमें कोई एडेड शुगर न मिलाई गई हो, तो डायबिटीज मरीज दिन में एक बार इसका सेवन कर सकते हैं। यह न केवल हाइड्रेशन के लिए अच्छा है बल्कि इसमें मौजूद पोटेशियम हार्ट हेल्थ को भी सपोर्ट करता है।
डायबिटीज पेशेंट्स के लिए नारियल पानी के फायदे
नेचुरल हाइड्रेशन: गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचाता है, जिससे थकावट और ब्लड शुगर की अस्थिरता नहीं होती।
इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर: पसीने के जरिए जो मिनरल्स निकलते हैं, उन्हें दोबारा बैलेंस करता है।
कम कैलोरी और कम शुगर: अन्य मीठे पेयों के मुकाबले यह हेल्दी ऑप्शन है।
फाइबर की थोड़ी मात्रा: ब्लड शुगर को बैलेंस रखने में मदद करती है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण: शरीर की सूजन कम करने में मददगार, जो कि डायबिटीज से जुड़ी एक बड़ी समस्या है।
इन बातों का रखें ध्यान
बाजार में मिलने वाले पैक्ड नारियल पानी से बचें, क्योंकि इनमें एक्स्ट्रा शुगर मिलाई जाती है।
नारियल पानी सीमित मात्रा में ही लें – रोजाना 1 छोटा ग्लास (100-150 द्वद्य) काफी है।
खाली पेट या फिजिकल एक्टिविटी के बाद लेना बेहतर होता है।
खाना खाने के तुरंत बाद नारियल पानी न पिएं, इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
अगर आपको किडनी की कोई बीमारी है या ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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