रिकॉर्ड के ‘बादशाह’ और ‘चेज मास्टर’ विराट कोहली का बल्ला क्यों हो गया खामोश?

Virat Kohli become silent?
Virat Kohli become silent?

नई दिल्ली । कौन जानता था कि वेस्ट दिल्ली के गलियारे से निकला एक लड़का, विश्व क्रिकेट में अपनी ऐसी छाप छोड़ेगा कि हर कोई उसका मुरीद बन जाएगा। आज, बेशक किंग कोहली और उनकी बल्लेबाजी की आलोचना हो रही हो, लेकिन वो समय मत भूलिए जब इस खिलाड़ी ने अकेले ही विरोधी टीमों को पछाड़ दिया था। चाहे बात रिकॉर्ड की हो या ‘चेज मास्टर’ की, टीम इंडिया की नजर सबसे पहले विराट कोहली की तरफ ही जाती है, क्योंकि कई वर्षों तक वो हर फॉर्मेट में टीम के ‘पालनहार’ रहे।

विराट आज भारतीय क्रिकेट की ताकत ही नहीं बल्कि उसके विरोधियों के लिए सबसे बड़ी आफत भी हैं। यह दिग्गज खिलाड़ी आज 36 साल का हो चुका है और अपने करियर के अंतिम दौर में है। चाहे खेल का फॉर्मेट कोई भी हो विराट के नाम ऐसे कई रिकॉर्ड हैं जिन्हें तोड़ना मुश्किल है। सचिन के “शतकों के शतक” की जब बात होती है तो सिर्फ विराट का ही नाम सामने आता है जो इस रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब हैं। वो एकमात्र क्रिकेटर हैं, जिन्होंने एक कैलेंडर ईयर में दो बार 11-11 शतक जड़े हैं। जबकि,आईपीएल के एक सीजन में सर्वाधिक 973 रन बनाने का रिकॉर्ड भी विराट कोहली के नाम है।

विराट कोहली के 36वें जन्मदिन पर दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसक उनकी कुछ बेहतरीन पारियों को याद करके जश्न मना रहे हैं, जिन्होंने उनके शानदार करियर को आकार दिया है। अपनी बेजोड़ निरंतरता, कड़ी प्रतिस्पर्धा और दबाव में शानदार प्रदर्शन के लिए माने जाने वाले कोहली ने कई अविस्मरणीय पारियां खेली हैं।