राहुल बार-बार वियतनाम क्यों जा रहे : भाजपा

भाजपा नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद
भाजपा नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद

नई दिल्ली। राहुल गांधी की विदेश यात्राओं पर भाजपा ने एक बार फिर सवाल उठाया है। भाजपा नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को कहा- राहुल गांधी कहां हैं? मैंने सुना है कि वे वियतनाम गए हैं। वे नए साल के दौरान भी दक्षिण-पूर्व ए शियाई देश वियतनाम में थे। वहां 22 दिन रुके, इतना समय तो वे अपने निर्वाचन क्षेत्र (रायबरेली) में नहीं बिताते। प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रसाद ने कहा, ‘राहुल लगातार वियतनाम और दूसरे देशों की यात्रा कर कर रहे हैं। वियतनाम के प्रति उनके इतने प्रेम का कारण अचानक क्या है? राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं, उन्हें भारत में उपलब्ध रहना चाहिए।

भाजपा आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कहा, ‘विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी एक महत्वपूर्ण पद पर हैं और उनकी कई गुप्त विदेश यात्राएं खासकर जब संसद सत्र चल रहा हो, औचित्य और राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में गंभीर सवाल उठाती हैं।’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की लगातार विदेश यात्राओं की डिटेल संसद को नहीं बताई जाती है और न ही सार्वजनिक की जाती है।

मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के तुरंत बाद वियतनाम गए थे राहुल

दरअसल, 26 दिसंबर 2024 को पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह का निधन हुआ था। सिंह के अंतिम संस्कार के तुरंत बाद राहुल गांधी वियतनाम यात्रा पर निकल गए थे। भाजपा ने तब भी इसकी आलोचना की थी। अमित मालवीय ने तब कहा था- जब पूरा देश सिंह के निधन पर शोक मना रहा था, तब गांधी नए साल का जश्न मनाने के लिए वियतनाम गए थे।

अमेरिका में राहुल ने कहा था- भारत में सब मेड इन चाइना है

सितंबर 2024 में राहुल गांधी ने अमेरिका दौरा किया था। उन्होंने टेक्सास में 2 कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास के छात्रों से भारतीय राजनीति, इकोनॉमी और भारत जोड़ो यात्रा समेत कई मुद्दों पर चर्चा की थी। इस दौरान राहुल ने कहा था कि भारत में सब मेड इन चाइना है। चीन ने प्रोडक्शन पर ध्यान दिया है इसलिए चीन में रोजगार की दिक्कतें नहीं हैं। मेरा रोल संसद में सरकार के खिलाफ बोलना और उन्हें तानाशाह बनने से रोकने तक सीमित नहीं है। उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है मेरा रोल भारत की राजनीति में प्यार, सम्मान और विनम्रता लाना है। प्यार और सम्मान सिर्फ ताकतवर लोगों के लिए नहीं, बल्कि उन सबके लिए जो देश को बनाने में जुटे हैं।