आईस्टार्ट – आइडियाथॉन के विजेता सम्मानित

ISTART JODHPUR
जोधपुर। आईस्टार्ट, सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, राजस्थान ने अपने इनक्यूबेटेड स्टार्टअप स्टडीबेस, टिंकरली और कोडविध्या के सहयोग से 19 अगस्त 2023 को जेआईईटी कॉलेज के सभाघर में पहली बार आईस्टार्ट-आइडियाथॉन का आयोजन किया गया। इसमें  जोधपुर के स्कूलों और कॉलेजों की 235 टीमों ने भाग लिया । इनमें से 35 टीम को फिनाले में (स्कूल से 16  टीमें और कॉलेज से 18 टीम) में ज्यूरी के समक्ष अपने आइडिया को प्रस्तुत करने के लिए चुना गया । यह कार्यक्रम छात्रों के लिए अपनी रचनात्मक मानसिक कौशलता दिखाने का एक अनूठा अवसर था।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि आईपीएस अधिकारी डॉ. अमृता दुहान ने इस अवसर पर अपने विचार रखे तथा विद्यार्थियों को नवाचार करने के लिए प्रोत्साहित किया।कार्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के अधिकारी, बिजनेस लीडर, स्टार्ट-अप संस्थापक, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थी और अन्य अतिथिगण उपस्थित थे। उन्होंने बताया की स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों के पास ऐसे कई आइडिया तथा नवाचार होते है जिन्हे यदि सही दिशा, मार्गदर्शन और सहयोग मिले तो भविष्य में यही बच्चे एक सफल उद्यम खड़ा कर सकते हैं।
राज्य सरकार की आईस्टार्ट योजना ऐसे आइडिया को मंच देने में एक अग्रणी भूमिका निभा रहा है। श्री ज्याणी ने बताया की iStart के तहत जोधपुर में भी इनक्यूबेशन सेंटर संचालित किया जा रहा है जिसमे 34 स्टार्टअप कार्य कर रहे है। उन्होंने स्कूल कॉलेज के विद्यार्थीयो और स्कूल कॉलेज प्रबंधन से आह्वान  किया कि वे इनक्यूबेशन सेंटर आए जहां उन्हें आईस्टार्ट योजना के बारे में अन्य विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। साथ ही वे यहां पर कार्यरत स्टार्टअप्स से मिल कर उनसे बिजनेस की बारीकियां भी जान पाएंगे। जेपी ज्याणी उपनिदेशक सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग ने बताया कि आईस्टार्ट के अंतर्गत आइडियाथॉन डिविजनल फाइनल का आयोजन जोधपुर के जेआईईटी कॉलेज मे किया गया। इसमें स्कूल व कॉलेज से चयनित 34 टीमों ने अपने आइडिया को प्रस्तुत किया जिसमे  प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले प्रतिभागी को पुरस्कृत किया गया।

आईस्टार्ट आईडियाज का प्रदर्शन करने का मंच प्रदान

टिंकरली के फाउंडर और सीईओ शरद बंसल ने बताया कि यह आयोजन स्कूली और कॉलेजीय छात्रों को उनके आईडियाज का प्रदर्शन करने का मंच प्रदान करता है, जिससे उन्हें अपनी कार्यक्षमता का परिचय मिलता है। सरकार की मंशा भी ऐसे बच्चों को प्रोत्साहन देने की है जिनमें झिझक होती है या फिर उन्हें ऐसा कोई मंच नहीं मिल पाता है। । ऐसे बच्चों को सरकार के रोडमैप के आधार पर प्रोत्साहन देकर उन्हें आगे बढ़ाना है। ऐसे बच्चों को एक ही छत के नीचे लाकर उनकी प्रतिभा को पहचानना और निखारना मुख्य कार्य है। इसमें सभी को समान अवसर दिए जाते हैं। चाहे बच्चा सरकारी स्कूल का हो या प्राइवेट स्कूल का। चाहे बच्चा शहर का हो या ग्रामीण परिवेश का। उनका उनके आईडिया और प्रतिभा के आधार पर सेलेक्ट किया जाता है।
कॉलेज टीम में  आईआईटी जोधपुर की टीम ” एंटोनी विन्सी फर्नांडो सी ” को प्रथम पुरस्कार, आईआईटी एआईआईएमएस जोधपुर की टीम ” डा. कात्यायनी शर्मा ” को द्वितीय तथा विवेक शर्मा के नेतृत्व में JIET जोधपुर की टीम को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया जिन्हें क्रमश: 50 हजार, 25 हजार तथा 15 हजार रूपये से सम्मानित किया गया।
स्कूल में मनिष्का दुबे, होम स्कूलिंग को प्रथम पुरस्कार, विशेष चारण के नेतृत्व में विद्याश्रम स्कूल स्कूल की टीम को द्वितीय तथा जयपाल के नेतृत्व में महात्मा गांधी उच्च माध्यमिक विद्यालय बीजेएस को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया जिन्हें क्रमश: 25 हजार, 15 हजार तथा 10 हजार रूपये से सम्मानित किया गया।
यह आयोजन जोधपुर के युवाओं के बीच नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम था। यह छात्रों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने और अनुभवी पेशेवरों से सीखने का एक अवसर है।