
जयपुर। धन्वंतरि ओपीडी भवन के ऑन्कोलॉजी विभाग के जी.सी. शर्मा सेमिनार रूम में बुधवार को सिद्ध समाधि योग हेल्थ मैनेजमेंट के बारे में मुख्य अतिथि महाराज आचार्य तरसेम लुधियाना द्वारा वर्तमान गृहस्थ जीवन मे सिद्ध समाधि योग क्यों उपयोगी है। इस पर विस्तार से प्रकाश डाला व बताया कि वर्तमान में साइंस ऑफ साइलेंस योगा के नाम से जाना जाता हैं।ये कार्यक्रम पंचकोश शुद्धि का है। जिसके प्रभाव से मनुष्य का पूर्ण व्यक्तितत्व स्वस्थ हो सके।

सेमिनार में कन्वेनर हेमराज गुप्ता सीनियर नर्सिंग ऑफिसर ने आचार्य तरसेम लुधियाना का विस्तार से परिचय दिया। सम्मान की इस कड़ी में सीनियर प्रोफेसर डॉ राकेश जैन ने पुष्प गुच्छ भेंट कर आचार्य तरसेम जी का गौरवमय स्वागत किया। इसके उपरांत डॉक्टर राकेश जैन ने कार्यक्रम को लेकर अपनी अनुभूति सभी उपस्थित डॉक्टर एवं नर्सिंग अधिकारियों को शेयर की। डॉक्टर मालती गुप्ता भूतपूर्व प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष प्लास्टिक सर्जन सवाई मानसिंह चिकित्सालय मेडिकल कॉलेज के मार्ग निर्देशन में इस कार्यक्रम को रखा गया।

सीनियर नर्सिंग ऑफिसर नरेंद्र गर्ग ने जीवन शैली और खान-पान तथा तनाव से मुक्ति के अपने अनुभव सभी को बताएं। महेंद्र सिंघल ने जीवन को सहज और सरल और तनाव मुक्ति के रास्ते पर चलकर जीवन को किस प्रकार हैप्पीनेस किया जा सकता है। 70 वर्षीय बुजुर्ग भार्गव जी ने जो अपनी पत्नी के साथ उपस्थित हुए ने कोरोना काल के अपने इस साधना से किस प्रकार अपने आप को नियमित अभ्यास से नई उर्जा संचार से जीने का एक रास्ता बताया। उसके बारे में विस्तार से बताया।

इस अवसर पर आचार्य तरसेम को पेलेएटिव मेडिसिन के प्रोफेसर डॉक्टर गौरव शर्मा, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर हेमराज गुप्ता, ताराचंद जांगिड़ और नरेंद्र गर्ग ने दुपट्टा पहना कर आचार्य का स्वागत किया। कार्यक्रम में नर्सिंग ऑफिसर बृजमोहन कौशिक, सीताराम काजला, नवदीप नरूका, सुमित्रा, सुगंधा, दुर्गेश सैनी, सुशीला, मोनी वर्गिस, खुशीराम मीना, मनोज दुब्बी, धनवंतरी आउटडोर के सीनियर नर्सिंग अधिकारी और नर्सिंग अधिकारी व अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे। साथ में विभाग के रेजीडेंट डॉक्टर्स ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मंच संचालन संयोजक हेमराज गुप्ता ने किया एवं आगन्तुओ को धन्यवाद को-ऑर्डिनेटर ताराचंद जांगिड़ ने ज्ञापित किया।
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