
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में रात में नींद न आना और सुबह उठते ही थकान महसूस होना एक बड़ी और आम समस्या बन गई है। यह एक ऐसा चक्र है जो हमारी शारीरिक और मानसिक सेहत दोनों को प्रभावित करता है। कई लोग रात में घंटों बिस्तर पर करवटें बदलते रहते हैं, और सुबह उठने पर भी उन्हें ताजगी की बजाय सुस्ती और आलस ही महसूस होता है। अक्सर हम इस परेशानी के लिए बाहरी कारणों को दोष देते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इसके पीछे हमारी अपनी दिनचर्या की कुछ गलत आदतें ही मुख्य रूप से जिम्मेदार होती हैं। हमारी जीवनशैली में कुछ ऐसे छोटे-छोटे बदलाव होते हैं, जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं, पर वे हमारी नींद की गुणवत्ता को बुरी तरह प्रभावित करते हैं। अच्छी बात यह है कि इन आदतों को पहचानकर और उनमें सुधार करके, आप न केवल बेहतर और गहरी नींद पा सकते हैं, बल्कि हर सुबह तरोताजा और ऊर्जावान महसूस कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वे आदतें और कैसे करें उन्हें दूर किया जा सकता है।
अनियमित नींद का समय

अनियमित समय पर सोना और जागना स्लिप साइकिल को बिगाड़ता है। देर रात तक जागने या हर दिन अलग-अलग समय पर सोने से शरीर का बायोलॉजिकल क्लॉक खराब रहता है। इससे नींद की गुड़वत्ता भी खराब होती है और सुबह थकान रहती है। रोजाना एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत बनाएं। रात में 7-8 घंटे की नींद जरूरी लें।
स्क्रीन टाइम का अधिक उपयोग
सोने से ठीक पहले मोबाइल, लैपटॉप, या टीवी देखना नींद को प्रभावित करता है। इन स्क्रीन्स से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन हार्मोन के उत्पादन को रोकती है, जो नींद के लिए जरूरी है। इससे दिमाग उत्तेजित रहता है और नींद आने में दिक्कत होती है। सोने से कम से कम एक घंटा पहले स्क्रीन टाइम बंद करें और किताब पढऩे पढऩे की आदत डालें।
देर रात भारी भोजन या कैफीन
रात में भारी, तला-भुना खाना खाने या कॉफी, चाय जैसे कैफीन युक्त पेय लेने से नींद बाधित होती है, साथ ही इसका प्रभाव आपके पाचन तंत्र पर भी पड़ता है। कैफीन दिमाग को उत्तेजित रखता है, जिससे नींद आने में समय लगता है। रात का खाना हल्का और सोने से 2-3 घंटे पहले लें।
तनाव और शारीरिक निष्क्रियता
तनाव और चिंता करने से दिमाग को शांत रखना मुश्किल हो जाता है, जिससे नींद प्रभावित होती है। इसके अलावा, सेडेनट्री लाइफस्टाइल भी नींद न आने का बड़ा कारण होता है। योग, मेडिटेशन, या गहरी सांस लेने की तकनीक तनाव कम करती हैं। इसलिए इस समस्या से बचने के लिए रोजाना 30 मिनट की योग, या हल्का व्यायाम करें, इससे नींद न आने की और सुबह में थकान रहने की समस्या दूर होती है।
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