योग हजारों सालों से चली आ रही हमारी संस्कृति है : राज्यपाल

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे

जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को सेंट्रल पार्क में स्वयं योग करके आम जन को योग क्रियाएं करवाई। उन्होंने युवाओं और 50 वर्ष के ऊपर के लोगों के लिए योग और गति से जुड़ी विभिन्न शारीरिक मुद्राओं का प्रदर्शन कर प्रतिदिन इन्हें कर स्वस्थ जीवन जीने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि योग हजारों साल से चली आ रही हमारी संस्कृति है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए 21 जून को इसलिए चुना गया की वर्ष के 365 दिन में यह सबसे बड़ा दिन होता है। उन्होंने कहा कि मूलतः योग भारत का हैं। महर्षि पतंजलि ने इसकी शुरुआत की। जो योग नियमित करता है, वह जीवन पर्यंत स्वस्थ रहता है और उसकी आयु बढ़ती है। राज्यपाल ने शुक्रवार को सेंट्रल पार्क में राजस्थान कॉपरेटिव फेडरेशन, सरस डेयरी द्वारा आयोजित सामूहिक योग एवं स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम में भाग लेने के साथ ही योग शिक्षकों, कलाकारों और योग शिक्षण से जुड़े प्रतिभावान बच्चों को प्रशस्ति पत्र और अपनी ओर से नकद पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर उद्योग, खेल एवं युवा मामले विभाग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि योग मन, बुद्धि और शरीर की एकता स्थापित करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार काम करते हैं और इसकी प्रेरणा योग को बताते हैं। उन्होंने कहा कि भागमभाग की इस जिंदगी में योग से ही स्वस्थ रहा जा सकता है। विधायक गोपाल शर्मा ने योग की भारतीय परंपरा और योगेश्वर कृष्ण की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सीमा पर आतंकवाद के ठिकाने नष्ट करने को महती बताते हुए कहा कि यह भी योग से संभव हुआ। आरंभ में महाप्रबंधक श्रुति भारद्वाज ने स्वागत उद्बोधन में सरस की गतिविधियों और योग संस्कृति के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में अवगत कराया। सरस डेयरी के अध्यक्ष ओमप्रकाश पुनिया भी उपस्थित रहे। इससे पहले तन्मय सिंह राव और अंकुश ने दुर्लभ योग मुद्राओं का प्रदर्शन किया। डॉ. महेंद्र सिंह राव के नेतृत्व में लोगों ने सामूहिक योग, व्यायाम भी किया।