
पिछले कुछ साल में डायबिटीज तेजी से उभरी है। ये साइलेंट बीमारी है, जो धीरे-धीरे शरीर को गहरा नुकसान पहुंचाती है। डायबिटीज की वजह से शरीर में कई प्रकार की समस्याएं आने लगती हैं, जिसमें से एक बालों का अत्यधिक झडऩा भी है। डायबिटीज अगर कंट्रोल में नहीं है तो वह शरीर में विभिन्न ऑर्गेन के साथ बालों पर भी बुरा प्रभाव डाल सकती है। वैसे तो बाल झडऩे के कई कारण हो सकते हैं जैसे- अनहेल्दी डाइट, विटामिन या मिनरल्स की कमी, डैंड्रफ। हालांकि कई लोगों को डायबिटीज की वजह से गंजेपन का सामना करना पड़ता है। चलिए जानते हैं कैसे डायबिटीज बालों को कमजोर कर नुकसान पहुंचाती है।
नियमित रूप से मंडूक आसन के लाभ

- यह योगासन करने वाले व्यक्ति को कभी भी डायबिटीज नहीं हो सकती।
- डायबिटीज के रोगियों में पैंक्रियाज की कार्यप्रणाली को बेहतर करता है, जिससे शरीर के भीतर ही इंसुलिन बनने लगता है और दवा या इंजेक्शन के जरिए इंसुलिन लेने की जरूरत नहीं पड़ती।
- यह आसन शरीर की ऊर्जा को ऊपर की तरफ करता है, जिससे चेहरा दमकने लगता है।
- यह आसन व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता को भी बढ़ाता है।
- आंखों की दिक्कतों को दूर कर आंखों की रोशनी बढ़ाता है।
- कानों से जुड़ी दिक्कतों में भी रामबाण का काम करता है।
- फेफड़ों को स्वस्थ रखता है और शरीर में ऑक्सीजन और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
- बालों को झडऩे से रोकता है।
कैसे करें मंडूक आसन?

- सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं।
- बाएं हाथ से मु_ी बना लें और उसे नाभि पर टिका लें।
- अंगूठा नाभि की तरफ होना चाहिए।
- मु_ी की पोजिशन को सही ढंग से रखने पर जरूर ध्यान दें।
- दाएं हाथ की हथेली से पताका मुद्रा बनाकर इसे मु_ी के आगे रखें।
- अब दाएं हाथ से मु_ी पर हल्का सा दबाएं।
- पहले लोअर बैक और मिडिल बैक से आगे की ओर झुकें।
- सीना और चेहरा सामने की तरफ रहना चाहिए।
- जितनी देर सांस रोक सकें, तब तक रोकें।
- इस स्थिति में नाभि पर कंपन को अनुभव करें।
- फिर सांस छोड़ते हुए वापस अपनी पुरानी स्थिति में आ जाएं। शरीर को ढीला छोड़ दें।
- आपको महसूस होगा कि ऊर्जा का संचार ऊपर की तरफ हो रहा है। फिर से इस स्थिति को दोहराएं।
- कम से कम चार से पांच पर इस आसन को दोहराएं।
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