योगी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सपा में शामिल

3 विधायकों का भाजपा से इस्तीफा

चौथे में विनय शाक्य का नाम

बेटी बोली- पिता का अपहरण हुआ

लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने सपा का दामन थाम लिया। स्वामी प्रसाद के समर्थन में विधायक बृजेश प्रजापति, भगवती प्रसाद सागर और रोशन लाल वर्मा ने भी भाजपा का साथ छोड़ दिया है। हालांकि भगवती प्रसाद सागर का इस्तीफा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।

उधर, भाजपा का साथ छोडऩे में औरैया के विधूना सीट से विधायक विनय शाक्य का नाम सामने आ रहा है। शाक्य सुबह से लापता हैं। उनकी बेटी रिया शाक्य का आरोप है कि उनके पिता का अपहरण हो गया है। उसने अपने चाचा देवेंद्र शाक्य पर किडनैपिंग का आरोप लगाया है। वहीं, देवेंद्र शाक्य का कहना है कि उनके भाई विनय अपनी मर्जी से उनके साथ लखनऊ आए हैं। मेरी भतीजी किसी बड़े भाजपा नेता के दबाव में आरोप लगा रही है। अब चर्चा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा मंत्री धर्म सिंह सैनी समेत 4 और एमएलए सपा जॉइन कर सकते हैं। भाजपा खेमे में मची भगदड़ पर अखिलेश यादव ने कहा कि बाइस में सबके मेल मिलाप से सकारात्मक राजनीति का ‘मेला होबे’।

भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी।

स्वामी प्रसाद ने इस्तीफा मेल किया है और शाहजहांपुर विधायक रोशनलाल वर्मा इसकी हार्ड कॉपी लेकर राजभवन पहुंचे। अपने पत्र में उन्होंने पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार, नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों के प्रति सरकार के उपेक्षात्मक रवैये को इस्तीफे की वजह बताया है। स्वामी प्रसाद ने कहा कि जो लोग खुद को बड़ा तोप समझ रहे हैं, वे 2022 के चुनाव में दग जाएंगे। मौर्य पर 4 महकमों की जिम्मेदारी थी। वो कैबिनेट में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री थे। उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य बदायूं से भाजपा सांसद हैं।

कटेगा 45 विधायकों का टिकट
उधर, दिल्ली में आज भाजपा की बैठक में दिनभर यूपी के उम्मीदवारों पर मंथन चला। सूत्रों के अनुसार 45 विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं। पार्टी से इस्तीफा देने वाले वही विधायक हैं जिन्हें टिकट कटने का डर है। उधर, नागरिक उड्?डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने

स्वामी प्रसाद के इस्तीफे पर बड़ा हमला बोला
उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का सपा जॉइन करना विनाशकाले विपरीत बुद्धि जैसा है। अखिलेश यादव की डूबती नाव की सवारी स्वामी प्रसाद जी के लिए राजनैतिक आत्महत्या जैसा आत्मघाती निर्णय साबित होगा। भाजपा राष्ट्र को सर्वोपरि मानने वाली विचारधारा का नाम है।