
हमारे शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए सभी जरूरी पोषक तत्वों की जरूरत होती है। विटामिन की इसमें बहुत मुख्य भूमिका होती है। यह कई प्रकार के होते हैं, जैसे विटामिन ए, बी, सी, डी, ई और के। इन सभी विटामिन का शरीर में अलग-अलग काम होता है। शरीर में नर्वस सिस्टम की कार्यशैली को सही तरीके से चलाने के लिए जिस विटामिन की सबसे अधिक जरूरत होती है, वह विटामिन बी-१2 है। यह रेड ब्लड सेल और साथ ही डीएनए बनाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
हर व्यक्ति को एक दिन में 1 एमसीजी विटामिन बी12 की मात्रा लेनी चाहिए। हालांकि प्रेग्नेंसी या लैक्टेशन के दौरान ये मात्रा बढ़ जाती है। फिश, शेलफिश, मीट और अंडे में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 पाया जाता है। ऐसे में इसकी कमी होने कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसकी कमी होने से शरीर में कुछ संकेत मिलने लगते हैं, जिन पर नजर रख कर इसकी कमी से बचा जा सकता है। विटामिन बी12 की कमी के संकेत कुछ इस प्रकार हैं
थकान

विटामिन बी12 की कमी होने से रेड ब्लड सेल बनना कम हो जाते हैं, जिससे इसकी कमी हो जाती है। इससे हमारी सेल्स को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलता है और थकान महसूस होती है।
सिरदर्द

विटामिन बी12 की कमी से न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर भी हो सकते हैं, जिसमें सिरदर्द बहुत आम समस्या है।
डिप्रेशन
शरीर में विटामिन बी12 कई जरूरी कार्य करता है। सेंट्रल नर्वस सिस्टम की कार्यशैली को सुचारू रूप से चलने में मदद करना इन्हीं कार्यों में से एक है। ऐसे में इसकी कमी होने से मेंटल हेल्थ प्रभावित होता है, जिसमें बिना कारण रोना भी आ जाता है।
कमजोर नजर
विटामिन बी12 की कमी से ऑप्टिक नर्व डैमेज होने की संभावना रहती है, जिससे नजर कमजोर हो सकती है।
फोकस करने में दिक्कत
सेंट्रल नर्वस सिस्टम की कार्यशैली प्रभावित होने के कारण फोकस करने में भी दिक्कत होने लगती है, जिससे फॉगी हेड जैसा महसूस होता है।
मुंह और गले में दर्द
विटामिन बी12 की कमी से मुंह में ग्लोसाइटिस की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिसमें जीभ में दर्द और सूजन महसूस होती है।
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