प्रदेश के युवा लें नशामुक्ति और जागरूकता का संकल्प : अविनाश गहलोत

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत
  • अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस

  • समाज को नशा मुक्त रखने में सरकार और संस्थाओं के साथ प्रदेश के युवा भी निभाएं जिम्मेदारी

जयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि समाज को नशा मुक्त रखने की जिम्मेदारी सरकार और संस्थाओं की ही नहीं, अपितु समाज के हर व्यक्ति की है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने आसपास के लोगों में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता लाने और नशे की गिरफ्त में जकड़े में लोगों को इस दुष्चक्र से निकालने का संकल्प लेना होगा। गहलोत गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय नशामुक्ति दिवस के मौके पर इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश भर में नशे की रोकथाम के लिए व्यापक गतिविधियां संचालित हो रही हैं। मुख्यमंत्री ने वर्ष 2025 के बजट में गंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर व बाड़मेर सहित 10 जिलों में 25-25 बेड क्षमता के नशामुक्ति केन्द्रों की स्थापना की घोषणा की थी जो कि सभी जिलों में संचालित भी हो गए हैं।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत
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सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश भर में 85 लाइसेंसशुधा गैर अनुदानित, 10 केंद्र राज्य सरकार द्वारा अनुदानित तथा 38 केंद्र भारत सरकार द्वारा अनुदानित संचालित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा है कि प्रदेश का कोई भी युवा नशे या व्यसन की लत में ना रहे और राज्य सरकार द्वारा संचालित नशा मुक्ति केंद्रों से जुड़कर नशे को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सके। गहलोत ने कहा कि प्रदेश के नशा मुक्ति केंद्रों पर निगरानी व मॉनिटरिंग के लिए विभाग द्वारा कड़ी और पारदर्शी व्यवस्था की जा रही है। जहां जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा समय-समय पर केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है, वहीं किसी भी स्तर पर कमी होने पर संस्था प्रधानों को नोटिस तथा लापरवाही बरतने पर लाइसेंस तक रद्द किए जाते हैं। विभाग का मानना है कि केंद्रों का नियमानुसार संचालन ही व्यसनी व्यक्ति के लिए सच्ची मदद है।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत
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गहलोत ने इस मौके पर सभागार में उपस्थित लोगों को नशा मुक्ति के लिए शपथ दिलाई। इस दौरान ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ पोस्टर का विमोचन किया गया। साथ ही नशे के दुष्प्रभावों पर केंद्रित नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक रीना शर्मा, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधीक्षक जयपुर अवधेश शर्मा, राजस्थान अस्पताल की नशा मुक्ति इकाई के प्रमुख डॉ राघव शाह, हरीश बुढ़ानी सहित अन्य अधिकारीगण एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे।

मैराथन में युवाओं ने दिखाया जोश

अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर गुरुवार सुबह 5 बजे गांधी सर्किल से आरआईसी तक आयोजित मैराथन “रन अगेंस्ट ड्रग एब्यूज़” के दौरान हजारों की तादात में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने मैराथन के वार्मअप सेशन में हिस्सा लेते हुए युवाओं को शारीरिक रूप से फिट रहने और नशे से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि ‘एक युद्ध नशे के विरुद्ध’ एक अभियान नहीं बल्कि संकल्प है, जिसे हर व्यक्ति को लेना चाहिए।

मैराथन के दौरान राजस्थान पुलिस की निर्भया स्क्वाड के अलावा एनसीसी, स्काउट कैडेट्स और हजारों की संख्या में युवा प्रतिभागियों ने पूरे जोश और जुनून के साथ हिस्सा लिया। इस दौरान नशे की रोकथाम और नशा ना करने की शपथ भी ली गई। इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक केसर सिंह, रीना शर्मा, सुंडाराम मीणा, अशोक जांगिड़ सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे।