यून ने मार्शल लॉ लगाने को ठहराया जायज, सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं से की मुलाकात

Yun justified the imposition of martial law, met the leaders of the ruling party
Yun justified the imposition of martial law, met the leaders of the ruling party

सोल । दक्षिण कोरिया के हिरासत में लिए गए राष्ट्रपति यून सुक योल ने सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी (पीपीपी) के नेतृत्व से मुलाकात की। उन्होंने नेताओं से युवाओं और लोगों में ‘आशा जगाने’ के लिए एकजुट होने की अपील की। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

यून ने सोल के दक्षिण में उइवांग में सोल डिटेंशन सेंटर में पीपीपी के अंतरिम नेता क्वोन यंग-से, पीपीपी के फ्लोर लीडर क्वोन सेओंग-डोंग और प्रतिनिधि ना क्यूंग-वोन के साथ अपनी बैठक के दौरान यह अपील की।

ना ने बैठक के बाद कहा, “(यून) ने पार्टी से एकजुट होने और युवाओं सहित लोगों में आशा जगाने में भूमिका निभाने के लिए कहा।” उन्होंने बताया कि उनकी बातचीत में मौजूदा अंतरराष्ट्रीय राजनीति और वैश्विक अर्थव्यवस्था की पृष्ठभूमि में दक्षिण कोरिया के भविष्य के बारे में चिंताओं पर भी चर्चा हुई।

अपने मार्शल लॉ की घोषणा पर, यून ने नेताओं से कहा कि यह ‘भारी जिम्मेदारी से’ उठाया गया एक कदम था, ताकि नेशनल असेंबली को मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी को ‘एक-पक्षीय तानाशाही’ बनने से रोका जा सके।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, महाभियोग लगाए गए राष्ट्रपति को 3 दिसंबर को मार्शल लॉ लागू करने से संबंधित विद्रोह और सत्ता के गलत इस्तेमाल के आरोपों पर 19 जनवरी को औपचारिक रूप से हिरासत में लिया गया।

बता दें राष्ट्रपति यून ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया। मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा। हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया।

नेशनल असेंबली राष्ट्रपति यून सुक-योल और उनकी जगह लेने वाले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी है। उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति और कार्यवाहक प्रधानमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।