कोरोना का कठिन समय

कोरोना वायरस, corona virus
कोरोना वायरस, corona virus

प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या नौ हो चुकी है और यह संख्या बढने की आशंका तो है ही। इसीलिए अब पूरे प्रदेश में बचाव के लिए व्यापक कदम उठाये गए हैं।

महत्वपूर्ण एवं आवश्यक सरकारी विभागों को छोड़कर बाकी विभागों के कार्यालयों में शट डाउन कर दिया गया है। विश्वविद्यालयों और बोर्ड की विभिन्न परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं और तो और, धार्मिक स्थल भी लगभग बंद कर दिये गए हैं।

धारा 144 तो लागू है ई, लोगों को यथासंभव घरों में रहने के लिए ही कहा जा रहा है। प्रदेश में पॉजीटिव आने वाले मरीजों के घरों पर इसकी सूचना चस्पा की जा रही है, ताकि आस पड़ोस के लोग उनसे नहीं मिले और संक्रमण का खतरा कम से कम हो।

दरअसल कोरोना को लेकर आने वाले दो हफ्ते प्रदेश सहित देशभर के नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

दो हफ्ते प्रदेश सहित देशभर के नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार चार चरणों में फैलने वाली यह बीमारी शुरू आती दो चरणों में प्रदेश में कोई विशेष प्रभाव नहीं छोड़ पाई हैं, लेकिन तीसरे और चौथे चरण में समूहों में फैलने का खतरा बना हुआ है।

इसके चलते ही सरकार ने अगले दो सप्ताह तक कोरोना से जुड़ी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है।

राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रदेश में आने वाले सभी यात्रियों के सैंपल लेकर उन्हें तब तक अलग रखा जा रहा है, जब तक सैम्पल की रिपोर्ट न आ जाए। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उन्हें घर भेजा जाएगा।

इसके अलावा किसी व्यक्ति में कोरोना लक्षण प्रतीत हो तो उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि है इस बीमारी से बचाव का सर्वोत्तम उपाय यह है कि लोग घर पर ही रहें।

वैसे तो कोरोना को लेकर प्रदेश के सभी लोग चिंताग्रस्त हैं और उसको लेकर सावधान भी हैं फिर भी कोरोना नियंत्रण की गतिविधियों को लेकर प्रभावी मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है।

जिला प्रभारी नियुक्त किये गए हैं जो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विश्व स्वास्थ्य संगठन के इन्फेक्शन कंट्रोल प्रोटोकॉल के अनुसार मॉनिटरिंग करेंगे।

राज्य सरकार तो कोरोना के मददेनजर हर संभव प्रयास कर ही रही है, लेकिन आमजन का उचित सहयोग भी अपेक्षित है। आमजन को हर निर्देशों को गंभीरता से पालन करना चाहिए।

भीड़-भाड़ के क्षेत्रों में कम से कम जाना चाहिए। इसके अलावा जरूरी न होने तक सार्वजनिक यातायात का उपयोग नहीं करना चाहिए।

कोरोना के लक्षण दिखें तो डॉक्टर के पास तुरंत जाना चाहिए तथा होम आइसोलेशन के निर्देशों की पालना दंड संहिता की धारा 188 में कार्रवाई हो सकती है। इस कठिन समय में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अफवाहों से बचना चाहिए।

इन दिनों भी कुछ अफवाहें उड़ी, जो बाद में झूठी साबित हुई। इसलिए लोगों को इसके संबंध में सावधान रहना चाहिए और अफवाहें फैलाने का जरिया नहीं बनना चाहिए।