चूरू जिले में 19 साल की युवती को अगवा कर 8 दिनों तक गैंगरेप

चूरू। राजस्थान में गैंगरेप की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब चूरू जिले में 19 साल की युवती को अगवा कर गैंगरेप करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गैंगरेप की इस वारदात में 9 युवक शामिल बताये जा रहे हैं। आरोपियों ने 8 दिनों तक पीडि़ता को चूरू के राजगढ़, जयपुर और सीकर के नीमकाथाना में बंधक बनाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।

राजस्थान में दिनोंदिन बढ़ रही रेप की घटनाओं पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर इसे जंगलराज की स्थिति बताया है। पीडि़ता की रिपोर्ट पर राजगढ़ पुलिस ने विक्रम पूनिया, देवेंद्र पूनिया, बंटी, राहुल, शुभम, हेमंत, मुकेश गुर्जर और दो अन्य के खिलाफ आईपीसी की संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने पीड़िता का राजगढ़ के राजकीय अस्पताल में मेडिकल जांच करवाया है।

राजगढ़ से अगवा कर किया गैंगरेप

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीडि़ता ने राजगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि वह 24 सितंबर को वह अपने गांव से राजगढ़ बस स्टैंड पर पहुंची थीं। वहां उनसे विक्रम पूनिया मिला। विक्रम से युवती पहले से ही परिचित थी।

विक्रम ने उन्हें एसएससी का फॉर्म भरवाने के बहाने एक कार में बिठाया। उस कार में पहले से ही देवेन्द्र पूनिया और दो अन्य लड़के मौजूद थे। आरोपी कार से उसे राजगढ़ में ही एक मकान में ले गए। वहां कमरा बंद करके चारों ने उसके साथ गैंगरेप किया। इस दौरान आरोपियों ने उसकी अश्लील वीडियो और फोटो बना ली।

जयपुर के होटल में 4 युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म

आरोपियों ने पीडि़ता को डराया धमकाया और शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान आरोपियों ने युवती को नशीला पदार्थ खिलाकर उसे बेहोश कर दिया। युवती को जब होश आया तो उन्होंने अपने आप को एक कमरे में कैद पाया। आरोप है कि यहां पहले से ही बंटी, राहुल, शुभम, हेमंत और मुकेश गुर्जर नाम के चार युवक मौजूद थे।

आरोपियों ने युवती को बताया कि उसे विक्रम पूनिया यहां छोड़कर गया है। वह जयपुर के एक होटल में है। यहां भी युवती को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ देकर चारों युवकों ने गैंगरेप किया। इसके बाद मुकेश गुर्जर ने उसे एक सप्ताह तक बंधक बनाकर रखा और वीडियो क्लिप वायरल करने की धमकी देकर उनके साथ रेप करता रहा।

क्लिप बनाकर किया ब्लैकमेल

इसके बाद युवती को सीकर के नीमकाथाना के पास एक गांव में ले जाया गया. वहां से 1 अक्टूबर को पुलिस ने उसे छुड़ाया था और हमीरवास थाने लाकर परिजनों को सौंप दिया. आरोपियों के द्वारा युवती को धमकी दी गई थी कि यदि उनके खिलाफ पुलिस में कोई कार्रवाई की तो वे उसकी वीडियो क्लिप को सार्वजनिक कर देंगे और परिवार को जान से मार देंगे. पीडि़ता ने रिपोर्ट में बताया कि वह बदनामी के डर से भयभीत थी।