जिला अस्पताल में 195 सिलेंडर क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट शुरू

श्रीगंगानगर। जिले में पीएम केयर फंड से निर्मित 195 सिलेंडर क्षमता के ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट का गुरुवार को लोकार्पण हो गया। हालांकि वॉल्व से पानी की लीकेज और ड्रेनेज सिस्टम की प्लांट में कमी है। फिर भी ट्रायल के बाद 1.25 करोड़ रुपए लागत से बने इस प्लांट का गुरुवार को लोकार्पण कर दिया।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने वर्चुअल समारोह में श्रीगंगानगर जिला अस्पताल सहित प्रदेश के 41 ऑक्सीजन प्लांट्स का लोकार्पण किया। अभी जिले में छह सीएचसी पर प्रस्तावित 35-35 सिलेंडर क्षमता के ऑक्सीजन प्लांट काम अधूरा है। जबकि प्लांट तैयार करने की समय सीमा पौने तीन महीने पहले ही खत्म हो गई। इन सीएचसी पर कहीं मशीनरी इंस्टाल नहीं होने और कहीं डीजी सेट के अभाव में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट शुरू करने में दिक्कत आ रही है।

वर्चुअल लोकार्पण समरोह में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा प्लांट का फायदा रोगियों को होगा। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई थी। कलेक्टर जाकिर हुसैन ने कहा कि नया ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट शुरू होने से जिला अस्पताल ऑक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा।

विधायक राजकुमार गौड़ ने कहा कि तीसरी लहर आने की आशंका को देखते हुए यह ऑक्सीजन प्लांट जिला अस्पताल में बनाया जाना जरूरी था। ऑक्सीजन की कमी होने पर बाहर से सिलेंडर की आपूर्ति पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा। वर्चुअल लोकार्पण समारोह में एडीएम प्रशासन भवानी सिंह पंवार, सीएमएचओ गिरधारीलाल मेहरड़ा, जिला अस्पताल के कार्यवाहक पीएमओ डॉ. पवन सैनी ,स्वास्थ्य प्रबंधक शिविंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।

295 सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादन क्षमता होने से मिली राहत

नया ऑक्सीजन प्लांट मिलने के बाद जिला अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता 295 सिलेंडर प्रतिदिन तक पहुंच गई है। इससे पूर्व 35 सिलेंडर और 65 सिलेंडर क्षमता के दो प्लांट चल रहे हैं। पीएम केयर में बनाए प्लांट का सिविल वर्क राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने किया है। मशीनरी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने उपलब्ध करवाई है। पीएम केयर फंड से बने ऑक्सीजन प्लांट प्लांट में रोजाना 195 सिलेंडर व प्रति घंटे 1000 लीटर ऑक्सीजन बनेगी।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अस्पताल में 35 सिलेंडर क्षमता का एक ही ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट था। अप्रैल में ऑक्सीजन की कमी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा था। तब ये प्लांट ओवर लोड होने से एक बार बंद भी हो गया था। इसके बाद एनएचएम ने 65 सिलेंडर क्षमता के दूसरे प्लांट का काम शुरू करवा जल्द पूरा करवाया था। दो महीने पहले ये प्लांट शुरू हो गया था।

जल्द ही लीकेज दूर करने का आश्वासन

नए ऑक्सीजन प्लांट मे ऑक्सीजन बनाते हुए हवा की नमी से बना पानी वॉल्व से लीक होता है। इसके लिए अलग ड्रेनेज सिस्टम नहीं है। स्वास्थ्य प्रबंधक शिविंद्र सिंह के अनुसार ट्रायल के दौरान इसका पता चला। डीआरडीओ की तरफ से मशीनरी इंस्टाल करने वाली एजेंसी टाटा एडवांस सिस्टम को इस बारे में अवगत करवा दिया है। जल्द ही इसके समाधान का आश्वासन दिया है। शिविंद्र सिंह के अनुसार ट्रायल सफल रहा है।

दो सप्ताह में 6 प्लांट चलने की संभावना

सीएचसी सादुलशहर, सूरतगढ़, रायसिंहनगर, पदमपुर, श्रीकरणपुर और अनूपगढ़ में नए प्लांटों का सिविल वर्क पूरा हो चुका है। सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा के अनुसार सादुलशहर में मशीनरी इंस्टाल न होने, सूरतगढ़ में डीजी सेट इंस्टाल न होने, रायसिंहनगर में मशीनरी नहीं मिलने, पदमपुर में डीजी सेट न होने, श्रीकरणपुर में मशीनरी इंस्टाल न होने और बिजली कनेक्शन न होने व अनूपगढ़ में मशीनरी इंस्टाल न होने की वजह से प्लांट शुरू नहीं हो पाए।

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