प्रदेश में पकड़े 2153 मिलावटी केस, 50 प्रतिशत मिलावटखोरों पर कार्रवाई नहीं हुई, धड़ल्ले से चल रही दुकानें

सावन के आते ही तीज त्योहार का भी सीजन शुरू हो जाता है। राजस्थान में अगस्त से लेकर दिसंबर तक अब हर महीने कोई न कोई बड़े त्योहार आएंगे। इन त्योहारों में मिठाइयां, नमकीन सहित अन्य खाने-पीने की चीजें बाजार में बड़ी मात्रा में बिकने लगेगी।

त्योहारों के शुरू होने के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी प्रदेशभर में खाद्य पदार्थो में मिलावट कर बेचने वालों के खिलाफ अभियान शुरू कर देगी, लेकिन इन अभियान का कितना सकारात्मक रिजल्ट आता है, यह साल 2020 में पकड़े गए मामलों में अब तक हुई कार्यवाही के आंकड़े दर्शा रहे है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से मिली रिपोर्ट को देखे तो दिसंबर 2019 से जनवरी 2021 तक पूरे प्रदेश में जितने भी केस पकड़े गए है उनमें से 50 फीसदी मामलों में भी विभाग ने कार्यवाही नहीं की है। वहीं, दुकानें धडल्ले से चल रही हैं।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन 14 महीनों (दिसंबर 2019 से जनवरी 2021 तक) की अवधि में पूरे प्रदेशभर में 8097 सैंपल अलग-अलग जिलों से कलेक्ट किए। इन सैंपल की जब जांच करवाई तो 2153 सैंपल मिलावटी पाए गए। इनमें से 308 सैंपल की रिपोर्ट तो ऐसी थी, जिसमें वह खाद्य पदार्थ बिल्कुल भी सेफ नहीं निकले। जबकि 1242 मामले में सब स्टेण्डर्ड और 603 मामले मिसब्राण्डेड निकले।

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