20 दिन में 24 करोड़ चीनी नागरिक संक्रमित

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लाशों से भर गए सैकड़ों कोल्ड स्टोरेज, देखें दर्दनाक तस्वीरें

एक दिन में तीन करोड़ 70 लाख कोरोना संक्रमित मिलने के बाद चीन सरकार ने आधिकारिक आंकड़ों को जारी करने पर रोक लगा दी है। अब चीन सरकार की तरफ से कोरोना संक्रमितों को लेकर रोजाना जारी की जाने वाली रिपोर्ट जारी नहीं की जाएगी। हालांकि, अभी भी अलग-अलग सोर्स से कई तरह के आंकड़े सामने आ रहे हैं। ये आंकड़े बेहद डराने वाले हैं। चीन की पत्रकार जेनिफर जेंग ने दावा किया है कि शनिवार को एक दिन के अंदर आठ हजार चीनी नागरिकों ने कोरोना संक्रमण के चलते दम तोड़ा। इसके पहले 21 दिसंबर को सबसे ज्यादा 10 हजार 700 लोगों की मौत हुई थी।

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आलम ये है कि अस्पतालों और अंतिम संस्कार स्थलों पर लाशें रखने के लिए जगह तक नहीं बची है। बड़ी संख्या में लाशों से कोल्ट स्टोरेज भी भर गए हैं। युक्वैनिंग शहर के एक मीट कोल्ट स्टोरेज में सबसे ज्यादा 15 हजार लाशें रखी गईं हैं। चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने कई शहरों में लाशों को रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करनी शुरू कर दी है। कई बड़े-बड़े कंटेनर भी मंगाए गए हैं, जिनमें लाशों को रखा जा रहा है। चीन से कई ऐसी तस्वीरें सामने आईं हैं, जो बेहद दर्दनाक हैं। आइए जानते हैं चीन की ताजा हालत क्या है?

हर रोज एक करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो रहे

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चीन में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग हर शहर में हजारों मरीज रोज मिल रहे हैं। पूरे देश के आंकड़े देखें तो एक करोड़ से अधिक संक्रमितों की पहचान प्रतिदिन हो रही है। शुक्रवार को 24 घंटे के अंदर रिकॉर्ड 3.70 करोड़ मरीजों की पहचान हुई थी। इसके पहले 20 दिसंबर को 3.69 करोड़ से अधिक मरीज पाए गए थे। एक दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच 24 करोड़ 80 लाख से ज्यादा लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।

एक दिन के अंदर मर गए आठ हजार से ज्यादा लोग

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कोरोना का कहर इस कदर हावी है कि हर रोज आठ से दस हजार लोगों की मौत हो रही है। रविवार 25 दिसंबर को 24 घंटे के अंदर 16 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। अकेले बीजिंग में आठ हजार लोगों की मौत हुई। इसके पहले 21 दिसंबर को सबसे ज्यादा 10 हजार 700 लोगों की मौत बीजिंग में हुई थी। पूरे चीन में हर रोज 10 से 18 हजार लोगों की जान जा रही है।

मीट कोल्ट स्टोरेज में रखे जा रहे शव

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चीन में मरने वालों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ गई है कि लाशों को रखने के लिए जगह भी नहीं बची। सारे कब्रिस्तान व अंतिम संस्कार स्थलों पर तीन से पांच दिनों की वेटिंग चल रही है। लोग 24-24 घंटे लाशों को गाडिय़ों में रखकर सड़क पर लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं। अस्पतालों के स्टोर रूम से लेकर छत और गलियारे तक लाशों से भर गए हैं। चीन सरकार के आदेश पर बड़ी संख्या में मीट कोल्ड स्टोरेज में शवों को रखने की व्यवस्था की गई। बताया जाता है कि सैकड़ों की संख्या में कोल्ड स्टोरेज भी लाशों से भर गए हैं। अब सरकार नए कोल्ड स्टोरेज भी खुलवा रही है।

लाशों के ढेर को देखकर रो पड़े जिनपिंग की पार्टी के सचिव

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चीन की पत्रकार जेनिफर जेंग ने दावा किया है कि राष्ट्रपति जिनपिंग की कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव येन ली हालात का जायजा लेने के लिए निकले थे। इस दौरान वह लाशों के ढेर को देखकर फफक कर रो पड़े। उन्होंने तुरंत और अधिक कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करने का आदेश दे दिया, जिससे लाशों को सुरक्षित रखा जा सके। येन खुद कोरोना संक्रमित हैं।

चीन की मशहूर डांसर की मौत

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चीन की मशहूर डांसर और चाइना डांसर एसोसिएशन की अध्यक्ष झाओ किंग ने भी संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया। झाओ 87 साल की थीं। चीन में झाओ की काफी फैन फॉलोइंग थी।

चीन में खून का संकट

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लगातार बढ़ रहे कोविड मरीजों के बीच देश के कई इलाकों में खून की किल्लत हो गई है। ऐसे में लोगों से रक्तदान की अपील की गई है। रक्तदान के दौरान पूरी ऐहतियात बरतने का भी निर्देश दिया गया है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार देश के कई क्षेत्र रक्त की कमी का सामना कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी और लंबे समय तक ठंड के कारण बढ़े मरीजों को खून की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। शेडोंग प्रांत के एक ब्लड सेंटर के मुताबिक बीते कई दिनों से ब्लड ग्रुप ए और ओ का स्टॉक बेहद निम्न स्तर पर चला गया है। सबसे अधिक चिकित्सा संस्थान वाले जिनान में रक्त की अभूतपूर्व कमी देखी जा रही है।

कोरोना को फ्लू बताने में जुटी चीनी सरकार

चीन में कोरोना के चलते दवाओं की भारी कमी आ गई है। इसी बीच सरकार ने लोगों से पारंपरिक चीनी दवा लियानहुआ किंगवेन खाने की सलाह दी है। चीन सरकार कोरोना को फ्लू के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है। सरकार की इस हिदायत का लोगों ने विरोध किया है। लोगों का कहना है कि सरकार क्यों इतनी महंगी दवा बांट रही है। हमें सिर्फ बुखार कम करने वाली दवाएं- ब्रूफिन और पेरासिटामोल चाहिए। आखिर क्यों ये आम दवाएं मार्केट में नहीं मिल रहीं हैं? हाल ही में चीन की सरकार ने मेडिकल सप्लाई प्रोडक्शन अपने हाथों में लेना ऐलान किया। यानी अब सरकार मेडिकल इक्विपमेंट्स और दवाओं के प्रोडक्शन की निगरानी करेगी।

84.13 प्रतिशत से ज्यादा लोगों में कोरोना के लक्षण

सीडीसी चीन की एक रिपोर्ट लीक हो गई है। इससे मालूम चला है कि चीन में 84.13 प्रतिशत लोगों में कोरोना के लक्षण मिले हैं। 15.87 प्रतिशत लोग बिना लक्षण वाले हैं। ज्यादातर मरीजों के फेफड़ों पर कोरोना ने असर डाला है। इसके चलते लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है।

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