
नर्सरी ट्रेनिंग टीचर (एनटीटी) भर्ती परीक्षा में चयनित 504 अभ्यर्थियों ने आज प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश के सरकारी बंगले पर पड़ाव डाल दिया। ये सभी अभ्यर्थी चयनित होने के बावजूद जल्द नियुक्ति पाने की मांग को लेकर मंत्री के यहां पहुंचे है।
महिला बाल विकास विभाग ने अभी तक इस भर्ती के लिए पाठ्यक्रमों की समकक्षता ही तय नहीं कर पाया है। यह स्थिति तो तब है जब इस भर्ती में 504 अभ्यर्थियों का अंतिम चयन तक कर लिया गया। अब दूसरे चरण के दस्तावेज सत्यापन के बीच महिला बाल विकास विभाग ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर इस भर्ती के लिए पाठ्यक्रमों की समक्षता निर्धारण पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। इस पत्र के बाद दूसरे चरण के दस्तावेज सत्यापन के काम को स्थगित कर दिया गया। इस कारण पहले चरण में चयनित हो चुके 504 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर भी संकट खड़ा हो गया है।
इस भर्ती के 1350 पदों में से केवल 504 ही योग्य मिलने के कारण 846 पद खाली रह गए थे। इन खाली पदों को भरने के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने 2095 नए अभ्यर्थियों को दस्तावेज जांच के लिए सूचीबद्ध किया था। इन अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन का काम 14 दिसंबर से शुरू हो गया था और 29 दिसंबर तक चलना था। लेकिन बीच में ही सरकारी पत्राचार से दस्तावेज जांच शुरू हो गई। इसके बाद भर्ती अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई।