
मलेशियाई पीएम अनवर इब्राहिम भारत दौरे पर हैं। उन्होंने जाकिर नाइक के प्रत्यपर्ण पर पहली बार बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक भारत ने जाकिर नाइक के मामले को उठाया नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने काफी साल पहले इस मसले को उठाया था। हालांकि, ये किसी एक व्यक्ति की बात नहीं, बल्कि चरमपंथ की भावनाओं की बात है, जिसमें किसी ठोस मामले में ऐसे सबूत हों जो बताते हों कि इसमें किसी व्यक्ति या संगठन ने कुछ अत्याचार या गलत किया है। एम इब्राहिम से मंगलवार को एक कार्यक्रम में भारत से मलेशिया भागकर गए इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर पूछा गया था। उन्होंने कहा कि अगर पर्याप्त सबूत पेश किए जाएं तो वे जाकिर नाइक के खिलाफ एक्शन लेने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मलेशिया सरकार जाकिर नाइक के मामले में सौंपे जाने वाले सभी सबूतों का स्वागत करेगी। मलेशियाई पीएम
कई मामलों में वांटेड है जाकिर नाइक

जाकिर नाइक पर भारत में भडक़ाऊ भाषण देने, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद फैलाने को लेकर वांटेड है। 2016 में वह भारत से भागकर सऊदी अरब चला गया था। वहां से मलेशिया चला गया। वहां मलेशिया के तत्कालीन पीएम महाथिर मोहम्मद ने उसे सरकारी संरक्षण मुहैया कराया था। अनवर इब्राहिम को लिबरल नेता माना जाता है, मगर कई मौके पर उन्हें जाकिर नाइक के साथ देखा गया है। हालांकि, इब्राहिम ने कहा कि वे आतंकवाद को बढ़ावा नहीं देते हैं। आतंकवाद से निपटने को लेकर भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मलेशियाई क्करू ने ये भी कहा कि इस एक मुद्दे से दोनों देशों के संबंध प्रभावित नहीं होने चाहिए।
ढाका आतंकी हमले के बाद बढ़ीं जाकिर की मुश्किलें
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में जुलाई 2016 को 5 आतंकियों ने एक हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 29 लोग मारे गए थे। इस घटना की जांच में जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया उनमें से एक ने बताया था कि वो जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित है। इसके बाद मुंबई पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने मामले की जांच की।
यह भी पढ़ें : भारी चीज से टकराकर साबरमती एक्सप्रेस पटरी से उतरी