
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। आज 25 नवंबर दिन बुधवार है। आज देवउठनी एकादशी है, जिसे प्रबोधिनी एकादशी या देवोत्थानी एकादशी भी कहा जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन ही तुलसी विवाह होता है।
देवउठनी एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त में शालिग्राम और तुलसी का विवाह होता है। इससे एक कन्यादान के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। देवउठनी एकादशी को भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी की पूजा होती है। इस दिन भगवान विष्णु समेत सभी देव योग निद्रा से बाहर आते हैं और इससे चतुर्मास का समापन भी हो जाता है। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग
दिन: बुधवार, कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष, एकादशी तिथि।
आज का दिशाशूल: उत्तर।
आज का राहुकाल: दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक।
आज की भद्रा: दोपहर 03:55 बजे से रात्रि के 05:11 बजे तक।
आज का पर्व एवं त्योहार: प्रबोधिनी एकादशी, देवोत्थानी एकादशी।
विशेष: पंचक, तुलसी विवाहोत्सव।
विक्रम संवत 2077 शके 1942 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, शरद ऋतु कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी 29 घंटे 11 मिनट तक, तत्पश्चात् द्वादशी उत्तरभाद्रपद नक्षत्र 18 घंटे 20 मिनट तक, तत्पश्चात् रेवती नक्षत्र वज्र योग 06 घंटे 45 मिनट तक, तत्पश्चात् सिद्धि योग मीन में चंद्रमा।
सूर्योदय और सूर्यास्त
आज देवउठनी एकादशी के दिन सूर्योदय प्रात:काल 06 बजकर 52 मिनट पर होगा, वहीं सूर्यास्त शाम को 05 बजकर 24 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
आज तुलसी विवाह के दिन चंद्रोदय दोपहर में 02 बजकर 45 मिनट पर होगा। चंद्र का अस्त अगले दिन 26 नवंबर को तड़के 03 बजकर 07 मिनट पर होगा।
आज का शुभ समय
अभिजित मुहूर्त: आज ऐसा कोई समय नहीं है।
रवि योग: प्रात:काल 06 बजकर 52 मिनट से शाम को 06 बजकर 21 मिनट तक।
अमृत काल: दोपहर 12 बजकर 59 मिनट से दोपहर 02 बजकर 46 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 54 मिनट से दोपहर 02 बजकर 36 मिनट तक।
आज कार्तिक शुक्ल एकादशी है। आज बुधवार के दिन आप भगवान गणेश की वंदना करें। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।
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