
सेना की गोपनीय सूचना पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को देने के आरोपी पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा के मेरठ कनेक्शन पर खुफिया विभाग सतर्क हो गया है। खुफिया विभाग के अधिकारी पता लगा रहे हैं कि सौरभ को हापुड़ से मेरठ के शॉप्रिक्स मॉल में बुलाकर नोटों से भरा लिफाफा देने के पीछे एजेंटों का क्या मकसद होगा। संभावना है कि क्या मेरठ शहर का कोई स्थानीय व्यक्ति भी इससे जुड़ा है। इसकी तफ्तीश सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ खुफिया विभाग ने भी शुरू कर दी है।

सेना से जुड़े गोपनीय दस्तावेज या फिर जानकारी जुटाने के लिए पड़ोसी मुल्क की नजर पश्चिमी यूपी के जिलों में हैं। खासतौर पर संवेदनशील मेरठ में पहले से सुरक्षा की दृष्टि से एजेंसियां अलर्ट है। हापुड़ से सेना के पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी के बाद पश्चिमी यूपी के जनपदों में अलर्ट जारी है। सौरभ शॉप्रिक्स मॉल में नोटों का लिफाफा लेने आता था, इसका खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां और भी सतर्क हो गई हैं।
इससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि आईएसआई के एजेंटों का मेरठ में गहरा कनेक्शन है। शायद यह वजह हो सकती है कि मेरठ में उन्होंने खुद को सुरक्षित मानते हुए नोटों का लिफाफा सौरभ को दिया। सभी पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि मॉल में नोटों का लिफाफा सौरभ को किसने दिया। सुरक्षा एजेंसियां पहले से यह जानती हैं कि मेरठ आईएसआई एजेंटों के निशाने पर रहा है।