
महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच चल रहा एक दशक पुराना सीमा विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि जब तक दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद का निपटारा नहीं हो जाता, तब तक विवादित हिस्से को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया जाना चाहिए। उनके इस बयान के बाद कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने मुंबई को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग कर डाली।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने कहा कि हम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के बयान की निंदा करते हैं। हमें विश्वास है कि चीजें सर्वोच्च न्यायालय में हमारे पक्ष में होंगी। सावदी ने कहा कि हमारे क्षेत्र के लोगों की मांग है कि हम भी मुंबई-कर्नाटक (क्षेत्र) का हिस्सा रहे हैं, इसलिए हमारा भी मुंबई पर अधिकार है।

सावदी ने कहा कि कर्नाटक के लोग चाहते हैं कि मुंबई को उनके राज्य में शामिल किया जाए और जब तक ऐसा नहीं होता है, तब तक इसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया जाए।
जब तक मुंबई कर्नाटक का हिस्सा नहीं बन जाता, तब तक मैं केंद्र सरकार से गुजारिश करूंगा कि इसे (मंबई को) केंद्र शासित प्रदेश बना दिया जाए जैसा कि 1967 की महाजन आयोग की रिपोर्ट- जिसे तत्कालीन कर्नाटक द्वारा स्वागत किया गया था, में कहा गया है।