
भारत और पाकिस्तान के लिए यह समय अतीत को भूलने और आगे बढऩे का है। यह बयान पाकिस्तानी सेना के जनरल चीफ कमर जावेद बाजवा की तरफ से आया है। वह इस्लामाबाद में एक सुरक्षा वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
बाजवा का कहना है कि दोनों देशों के बीच कुछ अनसुलझे मुद्दों की वजह से अब तक विकास और शांति बहाल नहीं हो सकी है। अगर दोनों देश साथ आते हैं, तो इससे दक्षिण और मध्य एशिया में विकास की संभावनाओं को खोलने में मदद मिलेगी। इससे पहले भारत ने पिछले महीने कहा था कि वह पाकिस्तान के साथ आतंक, दुश्मनी और हिंसा मुक्त माहौल के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की आकांक्षा रखता है।
बाजवा ने आगे कहा कि हमारे पड़ोसी को खासतौर पर कश्मीर में एक अनुकूल वातावरण बनाना होगा। सबसे अहम मुद्दा कश्मीर है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि शांतिपूर्ण तरीकों से कश्मीर विवाद का हल निकले।

बिना इसके इस क्षेत्र में कोई भी पहल सफल नहीं हो सकती है। बाजवा ने कहा कि पूर्व और पश्चिम एशिया में संपर्क बनाना और उसे दक्षिण और मध्य एशिया की क्षमता को खोलने के लिए दोनों देशों के बीच शांति का माहौल होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्रीय तनाव है।
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