डिजिटल बाल मेला में बच्चों से रुबरु हुए पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी

जयपुर। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी का कहना है कि राजनीति करियर नहीं है। लोग इसे आज करियर के रुप में देखने लगे है। राजनीति में व्यक्ति को सत्ता के लिए नहीं, ब्लकि सेवा के लिए आना चाहिये। दरअसल, यह बात चतुर्वेदी ने फ्यूचर सोसायटी, एलआईसी और आईडीबीआई बैंक की ओर से आयोजित किए जा रहे डिजिटल बाल मेला के 57वें सत्र को संबोधित करते हुए कही। बच्चों के इस सत्र का विषय ” राजनीतिक उतार-चढ़ाव का जीवन पर कितना असर” था।

संवाद की शुरुआत में आराध्या अग्रवाल ने राजनीतिक उतार-चढ़ाव से जुड़ा सवाल पूछा तो चतुर्वेदी ने कहा कि अगर आप राजनीति में आना चाहते हैं और लोगों की सेवा करना चाहते हैं तो पहले दृढ़ निश्चय कर लें। इसके बाद राजनीतिक उतार-चढ़ाव के कोई मायने जीवन में नही रह जाते है। साथ ही दिल्ली के कार्णिक जैन ने पूछा की इन उतार-चढ़ाव से जीवन शैली पर कितना असर पड़ता है? जिसका जवाब देते हुए चतुर्वेदी ने बताया की अगर आपका टाइम मैनेजमेंट सही है तो जीवन शैली ज्यादा प्रभावित नहीं होती।

संवाद में डिजिटल बाल मेला की अक्षिता ने बताया कि वह राजनीति में आना चाहती है तो उन्हें क्या करना चाहिए? जिसका जवाब देते हुए चतुर्वेदी ने कहा कि सबसे पहले अच्छी पढ़ाई-लिखाई करनी चाहिए।साथ ही आर्थिक रूप से स्थापित होना चाहिए। इससे आप जनता की सेवा की सोचेंगे, ना की खुद की सेवा की। करीब एक घंटे तक चले इस सत्र में चतुर्वेदी ने डिजिटल बाल मेला के बच्चों के सवालों के सरल और स्पष्ट जवाब दिए। बता दें कि शनिवार को जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटी बच्चों से रुबरु होंगे।

यह भी पढें-वाणिज्य उत्सव के तहत एक्सपोर्टर कॉन्क्लेव का आयोजन किया