251 कन्याओं का पूजन किया, भोजन करवाकर उपहार भेंट किए

नागौर। सनातन धर्म में नवरात्रों के समय कन्या पूजन का विशेष महत्व है, क्योंकि छोटी कन्याओं को दैवी मां का स्वरूप माना जाता है। सेवा भारती के विभाग प्रमुख सुरेश स्वामी ने यह बात शारदीय नवरात्रा के मौके पर गीता मंदिर में रविवार को सेवा भारती समिति की ओर से आयोजित कन्या पूजन के कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रुप में कही।

कार्यक्रम के दौरान सर्व समाज की 251 से ज्यादा कन्याओं का पूजन करने के बाद भोजन करवाकर उन्हें उपहार भेंट किए गए। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता सुरेश स्वामी ने कहा कि नवरात्र के समय अष्टमी और नवमी के दिन 3 से 9 साल की कन्याओं का पूजन किए जाने का विधान है। क्योंकि धर्मानुसार 3 से 9 वर्ष तक की कन्याओं को मां का साक्षात स्वरूप माना जाता है।

उन्होंने कहा कि एक कन्या को पूजने का मतलब ऐश्वर्य, दो की पूजा से मोक्ष, तीन की अर्चना से धर्म अर्थ व काम, चार से राज्य, पांच से विद्या, 6 की पूजा से छह प्रकार की सिद्धी, सात से राज्य, 8 की पूजा से संपदा और नो की पूजा से पृथ्वी के प्रभुत्व की प्राप्ति होती है।

इस मौके पर सर्राफा संघ अध्यक्ष महेश बंसल, बालकृष्ण अग्रवाल, रूपचंद बुलानी, दीनदयाल, सेवा भारती समिति के रामकिशन काहल्या, रोहिताश्व कुमावत, जिलाप्रमुख सीताराम साहू, लड्डूलाल किराड़, नगर प्रचार गिरेन्द्र, अशोक छानीवाल, नरेन्द्र, प्रदीप साहू, राधेश्याम चावला, विष्णु, कृष्ण गोपाल, हेमंत, परीक्षित, पुरुषोत्तम, विमल, हरवंश शर्मा, सत्यनारायण सैन आदि मौजूद रहे। इस दौरान लोगों ने सर्व समाज की 251 से अधिक कन्याओं का सपत्नीक पूजन कर देवी शक्ति की स्वरुपी कन्याओं से आर्शीर्वाद लिया।

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