
जयपुर। दिशा के डॉ. किशोर को स्पेशल एजूकेशन में पहल के लिए कॉमनवेल्थ अवार्ड दिशा-ए रिसोर्स सेंटर फॉर मल्टीपल डिसएबिलिटीज, जयपुर के रिसर्च फेलो डॉ. ललित किशोर ने अपने इनोशेटिव प्रोजेक्ट विशिष्ट सीखने की अक्षमता (डिसएबिलिटीज) वाले बच्चों की जरूरतों के लिए साइंस इंस्ट्रक्शन को एडजस्टिंग करने, सेलेक्टेड लेसन की डिजाइनिंग और क्लीनिकल ट्रायल के लिए 2019 का राष्ट्रमंडल पुरस्कार जीता है। विजुअल सपोर्ट मैटेरियल का स्टैंडर्डाइजेशन जिसे कॉमनवेल्थ एसोसिएशन ऑफ साइंस, मैथमेटिक्स एंड टेक्नोलॉजी एजुकेटर्स (सीएएसटीएमई) को पेश किया गया था।
इस पुरस्कार की घोषणा यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग, यूके में आयोजित एसोसिएशन ऑफ साइंस एजुकेशन -2020 के समेलन में की गई। डॉ. किशोर को प्रोजेक्ट के कम्युनिटी अवार्ड सेक्शन में फाइंडेल-सीएएसटीएमई पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह पहल स्कूली बच्चों को डिसग्राफिया या राइटिंग डिसेबिलिटी के साथ क्लिनिकल सिचुएशन में विजुअल कोड- आधारित साइट वोक्यूलरी के माध्यम से साइंस टीचिंग से संबंधित है, जिसमें लेसन स्टडी ,तकनीक और फोकस ग्रुप मेथड्स का उपयोग किया जाता है।