
राजस्थान के 56 केंद्रों में 12,000 से अधिक मवेशियों का इलाज करने की तैयारी
जयपुर। भारत की अग्रणी एनबीएफसी में से एक, एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट कंपनी लिमिटेड (पूर्व में फुलर्टन इंडिया क्रेडिट कंपनी लिमिटेड) अपने छठे पशु विकास दिवस (पीवीडी)को आयोजित करने की तैयारियों में है, जो देश में सबसे बड़ा एक दिवसीय पशु देखभाल शिविर है। एक लाख से अधिक मवेशियों को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए ये शिविर 15 राज्यों में 450 से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किए जाएंगे।
राजस्थान, पशु विकास दिवस 56 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा और 12,000 से अधिक मवेशियों को आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रत्येक शिविर में स्थानीय पशु चिकित्सकों द्वारा मवेशियों की मुफ्त जांच, मवेशियों के लिए मुफ्त दवा, टीकाकरण और दुधारू जानवरों की उत्पादकता बढ़ाने पर सलाह जैसी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। पिछले साल, हमने राजस्थान में 41 स्थानों पर शिविर आयोजित किए थे और 11,804 मवेशियों को आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान की थीं।
भारत में, 8 करोड़ से अधिक परिवार सीधे तौर पर डेयरी क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और इनमें महिलाएं 70त्न कार्यबल का प्रतिनिधित्व करती हैं। इन महिलाओं की भूमिका के सम्मान के लिए, छठा पशु विकास दिवस डेयरी फार्मिंग में महिलाएं के रूप में मनाया जाएगा। यह पहल ईएसजी ढांचे के सामाजिक पहलू को दर्शाती है, जो सामाजिक उत्थान को आगे बढ़ाने में लैंगिक विविधता और समावेशन के महत्व पर जोर देती है।
कंपनी का विविध कार्यबल 600 कस्बों और 65,000 से अधिक गांवों में अखिल भारतीय ग्राहक आधार को पूरा करते हैं। कार्यबल का फोकस ऋण के माध्यम से सपनों को वित्तपोषित करके और ग्रामीण भारत को उन स्थानीय समुदायों में बेहतर आजीविका के लिए कौशल प्रदान करके एक समग्र समावेशी इको सिस्टम सुनिश्चित करने पर है, जहां वे काम करते हैं।
पशु विकास दिवस में देश भर के 4,000 से अधिक कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी भी देखी जाएगी, जो इस पहल के लिए स्वेच्छा से आगे आ रहे हैं। महाराष्ट्र में पीवीडी के दौरान 500 से अधिक कर्मचारी स्वेच्छा से भाग लेंगे, जो जमीनी स्तर पर सामुदायिक निर्माण के प्रति कंपनी की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कंपनी की सामाजिक पहल के बारे में बोलते हुए एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर शांतनु मित्रा ने कहा, हमारे ग्रामीण ग्राहक आधार में 90 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं। हमारे बहुत से ग्राहक पशु खरीद के लिए ऋण लेते हैं, जो उनके लिए आय का एक बड़ा स्रोत है। हमारे सामुदायिक विकास कार्यक्रम एक परिवर्तन के रूप में कार्य करते हैं और ग्रामीण आजीविका के उत्थान, जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाने और आय स्रोतों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। जिन समुदायों की हम सेवा करते हैं उनके समग्र कल्याण हेतु पशुधन विकास के अलावा, हम कौशल विकास और वित्तीय साक्षरता को भी सक्रिय रूप से बढ़ावा देते हैं। एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट में, हम सामाजिक-आर्थिक पहलों के माध्यम से वंचित समुदायों में सतत विकास को बढ़ावा देकर अपने ग्राहकों के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने के लिए समर्पित हैं।’
पशु विकास दिवस पर टिप्पणी करते हुए, एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट के चीफ बिजनेस ऑफिसर श्री अजय पारीक ने कहा, ग्रामीण विकास की भावना के साथ एसएमएफजी इंडिया क्रेडिट मजबूत सामाजिक पहल को बढ़ावा देने वाली अपनी प्रतिबद्धता में अटूट हैं।
ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाना और उन्हें संगठित क्षेत्र के करीब लाना हमेशा एसएमएफजी इंडिया के्रडिट और एसएमएफजी गृहशक्ति का केंद्र बिंदु रहा है। राजस्थान में पीवीडी के माध्यम से, हम 56 स्थानों पर समुदाय तक पहुंचेंगे और 12,000 से अधिक मवेशियों को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेंगे, जो डेयरी फार्मिंग क्षेत्र पर दीर्घकालिक और सार्थक प्रभाव डालने की हमारी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। हमारा मानना है कि पीवीडी किसानों की पशुधन उत्पादकता को बढ़ाने में मदद करेगा, और इसके परिणामस्वरूप उनकी घरेलू आय में वृद्धि होगी, हमारे ग्राहकों को सशक्त बनाया जाएगा और जिन समुदायों की हम सेवा करते हैं उनमें सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा मिलेगा।
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