तेरापंथनगर से आचार्यश्री का विहार आज, भीलवाड़ा प्रवास को बताया ऐतिहासिक

भीलवाड़ा। शूरवीरों, महावीरों की धरती जहां महाराणा प्रताप की वीर गाथाएं सुनाई देती हैं, चेटक की स्वामी भक्ति का गान होता है, उस वीरभूमि मेवाड़ के भीलवाड़ा में वर्ष 2021 का चतुर्मास कर रहे तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें आचार्य महाश्रमण से आशीर्वाद लेने गुरुवार को पूर्व राजघराने के लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ भी पहुंचे।

सिंह ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है जो आचार्य महाश्रमण के श्रीचरणों में बैठने का अवसर मिला। मुझपर आपकी कृपा सदैव बनी रहे, ऐसी कामना करता हूं। आचार्यश्री ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि मन में सेवा की भावना हो और शक्ति का उपयोग दूसरों की सेवा, सहयोग में लगे तो अच्छा कार्य हो सकता है। प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष प्रकाश सुतरिया ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया।

मौसम के बदले मिजाज के बावजूद आचार्य महाश्रमण समवसरण में पहुंचे। इसके साथ ही महामंत्रोच्चार व मंगलभावना प्रस्तुति का क्रम शुरू हुआ। आचार्य ने भीलवाड़ा चातुर्मास के संदर्भ में कहा कि अब इस चातुर्मास में दो दिन भी शेष नहीं हैं। यहां दो सौ से अधिक साधु-साध्वियों के प्रवास के साथ-साथ समणश्रेणी और मुमुक्षुओं का रहना हो गया। ऐसा संभवत: कभी-कभी ही होता होगा। इस दौरान चारित्रात्माओं व श्रावकों ने कितनी-कितनी तपस्याएं की हैं। इस प्रकार यह स्थल तपोभूमि बन गई।

चतुर्दशी पर किया हाजिरी- लेखपत्र का वाचन

चतुर्दशी तिथि होने से आचार्य के सान्निध्य में हाजिरी वाचन का क्रम रहा। मुनि मोक्षकुमार आदि चार संतों को लेखपत्र का वाचन करने के संदर्भ में दो-दो कल्याणक बक्सीस कराए। साध्वीप्रमुखा, मुख्यमुनि महावीरकुमार, मुख्यनियोजिका साध्वी विश्रुतविभा व साध्वी सम्बुद्धयशा ने भी उद्गार व्यक्त किए। आचार्य महाश्रमण तेरापंथनगर से सुबह 07:51 बजे तेरापंथनगर से धवल सेना के साथ मंगरोप प्रस्थान करेंगे।

सड़क सुरक्षा के नियम पालन करने की शपथ ली

परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग और आचार्य महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति के तत्वावधान में तेरापंथ नगर में गुरुवार को सड़क सुरक्षा शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ। आचार्य सान्निध्य में जिला परिवहन अधिकारी डॉ. वीरेंद्रसिंह राठौड़ ने वहां लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों की पालना करने की शपथ दिलाई। समिति की ओर से डीटीओ डॉ. राठौड़ का सम्मान किया। कार्यक्रम में निर्मल गोखरू, राजेंद्र भलावत, अमित मेहता आदि उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें-मेड़ता से मीरा यात्रा शुरू करने पंजाब से आए सिख समुदाय व संतों का स्वागत