आमागढ़ के बाद अब खोहगंग को लेकर विवाद, किरोड़ीलाल मीणा ने 21 अगस्त को जयपुर कूच का ऐलान किया

जयपुर के आमागढ़ किले से भगवा झंडा हटाने को लेकर शुरू हुआ विवाद अब खोहगंग व आमेर तक पहुंच गया है। मीणा समाज की ऐतिहासिक धरोहरों से अवैध कब्जा हटाने समेत 7 सूत्रीय मांगों को लेकर राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने 21 अगस्त को जयपुर कूच का ऐलान कर दिया है।

दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा स्थित बालाजी मैरिज गार्डन से मोटरसाइकिल रैली के रूप में मीणा समाज के साथ सांसद किरोड़ी लाल जयपुर के लिए कूच करेंगे। वे सात सूत्रीय मांगों को लेकर जयपुर पहुंचकर बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं। इसे लेकर गुप्त रणनीति बनाई जा रही है।

सांसद मीणा के जयपुर कूच के ऐलान के बाद पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया है। खुफिया तंत्र के जरिए आंदोलन की रणनीति के बारे में पल-पल की अपडेट जुटाई जा रही है। आशंका है कि सांसद किरोड़ीलाल पुलिस को चकमा देकर प्रस्तावित मोटरसाइकिल रैली के साथ राजधानी में कोई बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं।

गौरलतब है कि कुछ दिन पूर्व ही सांसद पुलिस के सख्त पहरे के बावजूद जंगल के रास्ते आमागढ़ किला पहुंचे थे। सांसद ने यहां मीन भगवान का झंडा फहरा दिया था। इससे पहले भी कई बार सांसद मीणा के कई बड़े आंदोलनों से पुलिस-प्रशासन मुसीबत में पड़ गया था।

खोहगंगा ही आज का खोह नागोरियान

जयपुर में आगरा रोड़ के पास स्थित खोह नागोरियान, पूर्व में खोहगंग के नाम से जाना जाता था। यहां मीणा राजा आलमसिंह का शासन हुआ करता था। उन्होंने यहां किला, बावड़ी व छतरी जैसे कई ऐतिहासिक स्थलों का निर्माण कराया तथा मीणा समाज के चांदा गोत्र की आशावरी माता का मंदिर भी यहां स्थित है। बाद में लोगों ने यहां की जमीनों पर अवैध कब्जे कर मकान बना लिए, रास्तों, छतरी व तालाब पर भी काफी हद तक कब्जे कर लिए।

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