
अबोहर-नवां बाइपास पर मेडिकल कॉलेज का हुआ भूमि-पूजन, विधिवत तरीके से रखी गई नींव
हनुमानगढ़। अबोहर-नवां बाइपास पर बनने वाले मेडिकल कॉलेज को लेकर शनिवार को विधिवत तरीके से भूमि पूजन करते हुए नींव रखी गई। सुबह करीब सवा दस बजे श्रीगंगानगर सांसद निहालचंद, हनुमानगढ़ विधायक चौ. विनोद कुमार, नोहर विधायक अमित चाचाण, पीलीबंगा विधायक धर्मेन्द्र मोची, संगरिया विधायक गुरदीप शाहपीनी, जिला प्रमुख मती कविता मेघवाल, जिला कलक्टर नथमल डिडेल, पुलिस अधीक्षक मती प्रीति जैन, नगर परिषद चेयरमैन गणेशराज बंसल, भूपेन्द्र चौधरी,एनआरआई डॉ प्रीतपाल सिंह सिद्धू, पीएमओ डॉ दीपक मित्र सैनी, सीएमएचओ डॉ नवनीत शर्मा,ठेकेदार अर्चित जैन द्वारा भूमि पूजन कर मेडिकल कॉलेज की विधिवत तरीके से नींव रखी गई।
इस अवसर पर नोहर प्रधान सोहन ढील, पूर्व मंत्री डॉ रामप्रताप, बलबीर बिश्नोई, पूर्व प्रधान दयाराम जाखड़, श्रवण तंवर, सुरेन्द्र दादरी, पूर्व पीएमओ डॉ एमपी शर्मा, डॉ शंकर सोनी, डॉ बृजेश गौड़, डॉ मनोज शर्मा, जिला केमिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक खजान चंद, पार्षद अर्चित अग्रवाल, कृषि विभाग के उपनिदेशक दानाराम गोदारा, पीआरओ सुरेश बिश्नोई, जंक्शन थाना इंचार्ज हनुमानाराम, मेहताब सिंह, ईशरदास इत्यादि उपस्थित रहे। पंडित राजेश शास्त्री द्वारा विधिवत पूजा संपन्न करवाई गई।
इस अवसर पर गंगानगर सांसद निहाल चंद ने कहा कि हनुमानगढ़ मेडिकल कॉलेज बनने का बाद विकास की योजना बनेगी। बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। स्वास्थ्य को लेकर छोटी बड़ी दिक्कत होने पर जयपुर या दिल्ली जाना पड़ता था जहां अब जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हनुमानगढ़ के इतिहास में महत्वपूर्ण व बहुत बड़ा कार्य किया गया है।
हनुमानगढ़ विधायक चौ. विनोद कुमार ने कहा कि मेडिकल कॉलेज खुलने से शहर के नागरिकों को रोजगार तो मिलेगा ही, साथ ही बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों के अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। इससे धन व समय दोनों की बचत होगी। मेडिकल कॉलेज से हनुमानगढ़ को कई रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक भी मिलेंगे।
वर्तमान में न्यूरो फिजिशियन, न्यूरो सर्जन नहीं होने के कारण दुर्घटना के जख्मी को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में रैफर किया जाता है। मेडिकल कॉलेज खुलने से इस तरह के रैफर केसों में काफी हद तक कमी आएगी। इसके अलावा हार्ट, ईएनटी, न्यूरो, गेस्ट्रोलोजिस्ट इत्यादि चिकित्सकों की सेवाएं मिल सकेंगी।
यह भी पढ़ें-मुकाम में होने वाली सुबह-शाम की आरती, गुरु जांभोजी के अब ऑनलाइन दर्शन होंगे