जोधपुर में टिड्डियों के समूह को एयर फोर्स ने किया नष्ट

तिंवरी। पाकिस्तान से सरहद पार कर आई टिड्डियों पर इंडियन एयर फोर्स ने हमला बोल दिया है। देश में यह पहला अवसर है जब एयर फोर्स के हेलिकॉप्टर्स ने टिड्डियों का सफाया करना शुरू किया है। जोधपुर जिले के भीकमकोर में कल रात को पड़ाव डाल कर बैठे चार किलोमीटर लम्बे टिड्डी दल पर रविवार सुबह एयर फोर्स के विशेष रूप से तैयार किए गए एमआई-17 हेलिकॉप्टर से कीटनाशक का छिड़काव किया गया। इससे क्षेत्र में करीब 50 फीसदी टिड्डी मारी गई, जबकि 50 फीसदी कीटनाशक की जद में आने के कारण उडऩे योग्य नहीं रही है और एक-दो दिन में दम तोड़ देगी।
जोधपुर जिले के भीकमकोर गांव के केरला नाडा क्षेत्र में कल रात चार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में लाखों टिड्डियों के एक बड़े समूह ने डेरा जमाया था। टिड्डी नियंत्रण विभाग ने रात को इसकी सूचना एयर फोर्स को दी। सुबह करीब छह बजे एमआई-17 हेलिकॉप्टर ने छिड़काव शुरू किया। मौके पर मौजूद विभागीय कर्मचारियों ने ऊंचे धोरों पर लाल रंग के झंडे लगाकर इन्हें टिड्डियों के पड़ाव स्थल की लोकेशन बताई। बताई गई लोकेशन पर लगातार एक घण्टे तक चक्कर लगाकर एक हेलिकॉप्टर से टिड्डियों के पड़ाव स्थल पर केमिकल छिड़काव किया गया। इस दौरान ये हेलीकॉप्टर 25 से 30 मीटर ऊंचाई पर उड़ रहा था। इसके अलावा एक दूसरा हेलिकॉप्टर भी आसमान में मंडराता रहा। यह छिड़काव कर रहे हेलिकॉप्टर के सपोर्ट में उड़ान भरता रहा। इस दौरान 150 लीटर मेलथियोन 96 प्रतिशत रसायन का 150 हेक्टेयर में छिड़काव हुआ।
टिड्डी नियंत्रण विभाग के संयुक्त निदेशक के एल गुर्जर ने बताया कि वायु सेना ने देश को टिड्डियों के हमलों से बचाने की खातिर एमआइ-17 हेलीकॉप्टरों के लिए स्वदेशी रूप से टिड्डी नियंत्रण प्रणाली विकसित की है। गुर्जर ने बताया कि वायुसेना के हेलिकॉप्टर से टिड्डियों पर देश में पहली बार परीक्षण के तौर पर छिड़काव किया है। ये परीक्षण सफल रहा है छिड़काव के एक घंटे बाद पड़ाव स्थल पर 50 प्रतिशत से अधिक टिड्डियां मरी हुई पाई गई है बाकी बची हुई भी घायल अवस्था मे है जो एक दो दिन में मर जाएगी। गुर्जर ने ये भी बताया कि टिडिडयों के आने का यह मुख्य सीजन नही है अगले महीनों में टिड्डियों के बड़े दल आने की सूचनाएं है। ईरान और पाकिस्तान में नए दल विकसित हो रहे हैं।