राजस्थान में अब तेज ठंड का अलर्ट

राजस्थान में सर्दी
पाली में सुबह घना कोहरा छाया रहा। मारवाड़ जंक्शन में कोहरे के बीच गुजरती ट्रेन।

जयपुर में सीजन का सबसे घना कोहरा

फ्लाइट वापस दिल्ली भेजी, 60 फीसदी फसलें चौपट

राजस्थान में दो दिन हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि के बाद आज पूरा प्रदेश घने कोहरे की चपेट में आ गया। कोहरे का असर बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर संभाग के जिलों में ज्यादा रहा। जयपुर में आज इस सीजन का सबसे ज्यादा घना कोहरा रहा। इसके कारण 50 मीटर दूर भी साफ नजर नहीं आया। कोहरे के कारण जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स देरी से पहुंचीं। अब फरवरी के पहले हफ्ते में तेज ठंड पडऩे के आसार हैं।

कोहरे के साथ ही उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के हिस्सों में आज सुबह सर्द हवा भी चली। इससे तापमान में बड़ी गिरावट हुई। सबसे ज्यादा ज्यादा असर बीकानेर, गंगानगर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर और चूरू इलाकों में रहा। सर्द हवाओं के कारण यहां मिनिमम तापमान कल के मुकाबले आज 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।

कल देर शाम से छाने लगा कोहरा

राजस्थान में ठंड
सीकर में घना कोहरा छाया रहा। यहां विजिबिलिटी 40 मीटर से भी कम रही। हालांकि समय निकलने के साथ यह कोहरा कम भी होता रहा।

राजधानी जयपुर समेत कई शहरों में कोहरे का असर कल देर शाम से ही दिखने लगा। रात में कोहरे के कारण भी विजिबिलिटी कम हो गई थी और ठंडी हवा भी चलने लगी थी। जयपुर के अलावा सीकर, झुंझुनूं, गंगानगर, चूरू, हनुमानगढ़, अलवर में भी देर रात से ही कोहरा छाने लगा।

देरी से उड़ी कई फ्लाइट्स, दिल्ली से आई फ्लाइट वापस भेजी

राजस्थान में ठंड
बाड़मेर के कई हिस्सों में बारिश के बाद सनावड़ा के एक खेत में छाया कोहरा ।

घने कोहरे की वजह से जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स का संचालन भी बाधित हुआ। मौसम खराब होने की वजह से सुबह 6 से 9:30 बजे तक 15 से अधिक उड़ानों पर इसका असर रहा। जयपुर से लखनऊ जाने वाली इंडिगो की उड़ान भी दो घंटे डिले हुई। उदयपुर की फ्लाइट भी एक घंटे लेट हुई। वहीं जैसलमेर जाने वाली उड़ान को रद्द कर दिया गया है। अलायंस एयरलाइन की दिल्ली से जयपुर आने वाली फ्लाइट संख्या 9 आई 843 को 45 मिनट चक्कर लगाने के बाद पुन:दिल्ली भेज दिया। ये फ्लाइट सुबह 8.30 बजे जयपुर आती है। इसके अलावा जयपुर से दुबई जाने वाली फ्लाइट को भी देरी से रवाना किया।

फरवरी के पहले सप्ताह तेज रहेगा सर्दी का असर

राजस्थान में ठंड
कोटा के पास अरंडखेड़ा गांव के खेत में ओले गिरने से खराब हुई फसलें।

दो दिन पहले तक उत्तर भारत में हुई भारी बर्फबारी का असर कल से राज्य के हिस्सों में पड़ेगा। यहां तापमान गिरेगा और तेज ठंड पड़ेगी। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक फरवरी के पहले सप्ताह में ठंड का असर ज्यादा रहेगा, क्योंकि 7-8 फरवरी तक कोई बड़ा वेस्र्टन डिस्र्टबेंस आने की संभावनाएं कम है। इस कारण राजस्थान के उत्तर-पूर्वी और मध्य क्षेत्र में बर्फीली हवाओं का असर रहेगा।

जयपुर में 60 फीसदी तक फसल चौपट

राजस्थान में ठंड
करौली में सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। लोगों को सुबह ही गाड़ियों की लाइट ऑन कर सफर करना पड़ा।

राजस्थान में पिछले दिनों पड़ी कड़ाके की सर्दी से जयपुर समेत कई जिलों में किसानों को नुकसान हुआ। तापमान माइनस या जमाव बिंदु से नीचे जाने के कारण फसलों पर पाला पड़ गया। जयपुर जिले की 22 तहसीलों से आई रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली रोड पर मौसम की मार सबसे ज्यादा पड़ी है। यहां फसलें 60 फीसदी से ज्यादा तक खराब हो गईं।

पटवार मंडलों से जिला प्रशासन को मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक विराटनगर, कोटपूतली, शाहपुरा, आमेर एरिया में रबि की फसल के साथ ही सीजन में उगाई गई सब्जियां भी 60 फीसदी तक खराब हुई। पावटा तहसील के गांवों में गेंहू-चने की 30 फीसदी, जौ की 50 और सरसों, बाड़ी की फसलों को 80 फीसदी से ज्यादा खराब हुई है। आपको बता दें कि 3 जनवरी से 8 जनवरी और 14 से 19 जनवरी तक प्रदेश में जबरदस्त शीतलहर और गलनभरी सर्दी का दौर चला था। इस दौरान जयपुर के जोबनेर एरिया में 8 दिन पारा माइनस यानी जमाव बिंदु से भी नीचे रहा था।

सीकर में शीतलहर चलने से तापमान 1 डिग्री गिरा

सीकर में शीतलहर चलने से सीकर के तापमान में भी 1 डिग्री से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों की मानें तो आगामी दिनों में सीकर जिले में तापमान में उतार-चढ़ाव होगा। सीकर के कृषि अनुसंधान केंद्र फतेहपुर पर आज न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज किया गया है। जबकि इससे पहले सोमवार को यहां न्यूनतम तापमान 8 डिग्री दर्ज किया गया था।

जोधपुर में कोहरे से दिन की शुरुआत

जोधपुर में सुबह की शुरुआत कोहरे से हुई। वहीं, नमी के कारण ओस भी नजर आई। मौसम विभाग के मुताबिक शहर से गुजर रहे पश्चिमी विक्षोभ के साथ बादलों की आवाजाही बढ़ गई थी, जिसे अरब सागर से पर्याप्त नमी मिली और इसी के असर से रविवार को बारिश हुई। सोमवार से बादलों की आवाजाही कम हो गई और पर्याप्त नमी के साथ शहर की तरफ उत्तरी व पूर्वी हवाएं बढ़ी, जिससे कोहरा छा गया।

उदयपुर में 1235 हेक्टेयर में फैली फसल बर्बाद

उदयपुर में बीते दो दिनों में तेज हवा के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से जिलेभर में करीब 1235 हेक्टेयर में फैली फसलें बर्बाद हो गई। तेज बारिश और ओले पडऩे से खेतों में खड़ी फसल नीचे गिर गई। इन हालातों ने खासकर आदिवासी किसानों की चिंता बढ़ा ?दी है। कृषि विभाग उदयपुर द्वारा फसल खराबे को लेकर ?तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार करीब 740 हेक्टेयर एरिया में फैली गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी है।

इसके अलावा 175 हेक्टेयर में सरसों और अलसी जैसे तिलहन की फसल तो पकने की स्थिति में थी। इस फसल को भारी नुकसान हुआ है। तेज हवा के साथ बारिश और ओले गिरने से खड़ी हुई यह फसल जमीन पर टूटकर गिर गई। इसी तरह से कुल 58 हेक्टेयर में खेतों में उग रही विभिन्न तरह की सब्जियों में पानी भरने से भारी नुकसान हो गया।

यह भी पढ़ें : दाल-चावल खाने के सेहतमंद फायदे