
मुंबई। रिलायंस रिटेल वेंचर को स्ट्रेटिजिक और फाइनेंशियल निवेशकों से मजबूत रिस्पांस मिला है। हम ग्लोबल पार्टनर्स और निवेशकों को रिलायंस रिटेल में अगली कुछ तिमाहियों में शामिल करेंगे।
रिलायंस रिटेल ने पहले से ही ई-कॉमर्स वेंचर का पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर दिया है। हमारे पास जियो मार्ट ग्रोसरी मॉडल है जिसमें किराना स्टोर पार्टनर हैं। यह बात रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कही। वे कंपनी की 43 वीं एजीएम में बुधवार को बोल रहे थे।
इस एजीएम में अंबानी ने गूगल के निवेश की भी घोषणा की। गूगल जियो में 7.77 प्रतिशत हिस्सा के लिए निवेश करेगी। यह निवेश 33,737 करोड़ रुपए का होगा। कंपनी की यह पहली एजीएम थी जो कोरोना के कारण वर्चुअल हुई। इसमें देश भर के शेयरधारकों ने भाग लिया था। आरआईएल ने इस एजीएम के लिए चैटबोट लॉन्च किया था।
मेड इन इंडिया होगा 5 जी
अंबानी ने कहा कि भारत में 5जी सर्विस को लॉन्च किया जाएगा। यह मेड इन इंडिया होगी और स्पेक्ट्रम के उपलब्ध होते ही इसका ट्रायल किया जाएगा। यह ट्रायल के लिए तैयार है। हमारे प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के तहत यह एक बड़ी पहल है। ओरिजिनल कैप्टिव इंटलेक्चुअल प्रापर्टी डेवलप की जा रही है। यह 5जी पहले भारत में शुरू होगा और बाद में इसे पूरी दुनिया के लिए शुरू किया जाएगा।
घरेलू और ग्लोबल बाजार में जियो को स्थापित करेंगे
उन्होंने कहा कि रिलायंस ने डीप डोमेन नॉलेज को तैयार किया है। जियो प्लेटफॉर्म डोमेन एक्सपर्टाइज के साथ ढेर सारे इकोसिस्टम को तैयार करेगा। अंबानी ने कहा, मैं जियो प्लेटफॉर्म के लिए गोल सेट कर रहा हूं।
हम घरेलू और ग्लोबल बाजार से जियो के लिए रेवेन्यू देख रहे हैं। मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो 5जी के जरिए हम कंपेलिंग सोल्यूशंस को तैयार कर सकते हैं जो ढेर सारी इंडस्ट्री वर्टिकल और इकोसिस्टम के लिए काम कर सकता है। इसमें मीडिया, फाइनेंशियल सर्विसेस, न्यू कॉमर्स, एजुकेशन, हेल्थकेयर, एग्रीकल्चर, स्मार्ट सिटी आदि शामिल है।
500 करोड़ जीबी डाटा की पिछले महीने डिलिवरी
मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो ने पिछले महीने 500 करोड़ जीबी डाटा की डिलिवरी की है। एक मिलियन से ज्यादा घरों में जियो फाइबर इस दौरान पहुंचा। कोविड के बाद भारत और दुनिया तेजी से प्रोग्रेस करेगी। इसमें कोई संदेह नहीं है। जियो मीट को अब तक 5 मिलियन से ज्यादा यूजर्स ने डाउनलोड किया है।
भारत को 2 प्रतिशत मुक्त बनाने की योजना
भारत को 2 जी से मुक्त करने की योजना गूगल एंड्राइड आधारित स्मार्ट डिवाइस को बनाने में जियो की मदद करेगा। भारत में 35 करोड़ लोग अभी भी टू जी का उपयोग कर रहे हैं। हम उन्हें बदलना चाहते हैं और भारत को टू जी मुक्त करना चाहते हैं।
राइट्स इश्यू सबसे बड़ा इश्यू रहा
अंबानी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े राइट्स इश्यू को हमने सफल बनाया। भारतीय बाजार में यह सबसे सफल इश्यू रहा है। हर कठिनाई में उसके ढेर सारे अवसर होते हैं। हम जियो प्लेटफॉर्म में नए पार्टनर का स्वागत करते हैं।
इसमें सबसे पहले फेसबुक है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस दौरान 2.02 लाख करोड़ से ज्यादा के मूल्य का एक्सपोर्ट किया। इस एक्सपोर्ट में 9.1 प्रतिशत हिस्सा भारत के कुल मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट का है।
ओटूसी में करेंगे विस्तार
अंबानी ने कहा कि हमारी बैलेंसशीट इस समय मजबूत है और हम आगे जियो, रिटेल और ओटूसी में विस्तार करेंगे। हमारी पूंजी जुटाने की योजना अब पूरी हो चुकी है। कस्टम्स और एक्साइज ड्यूटी के रूप में आरआईएल ने 21,660 करोड़ रुपए का पेमेंट किया यह भारत के निजी सेक्टर में सबसे ज्यादा है।