आनंदपाल एनकाउंटर: राजपूत समाज की मांग, फिर से हो सीबीआई जांच

Anandpal encounter case
Anandpal encounter case

जयपुर। आनंदपाल एनकाउंटर प्रकरण और उसके बाद सांवराद में हुई हिंसा प्रकरण की जाँच रिपोर्ट पर राजपूत समाज ने प्रश्न खड़ा किया है । राजपूत समाज के नेताओ ने रविवार को प्रेसवार्ता का आयोजन कर आनंदपाल एनकाउंटर और सांवराद हिंसा की सीबीआई से एक बार दोबारा जांच करवाने की मांग की है ।

प्रेसवार्ता में राजपूत सभा के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने आनन्दपाल एनकाउन्टर प्रकरण पर, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार को कठघरे में खड़े करते हुए कहा कि राजपूत समाज ने जिस पार्टी को अपने खून और पसीने से सींचा, उसी पार्टी की सरकार ने समाज के हितों पर कुठारघात करने का हर संभव प्रयास किया।

आनन्दपाल एनकाउन्टर प्रकरण पर, पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर भी बोला हमला

संबंधित प्रकरणों की जांच सीबाई से करवाये जाने पर बनी थी सहमति : उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार और संघर्ष समिति के मध्य 18 जुलाई 2017 को शासन सचिवालय में सरकारी प्रतिनिधियों के मध्य हुए समझौते पत्र में आनन्दपाल प्रकरण में 24 जून 2017 को हुई आनन्दपाल की मृत्यु एफआईआर संख्या नंबर 190/17 पुलिस थाना रतनगढ और 12 जुलाई को सांवराद में हुए घटनाक्रम में सुरेन्द्र सिंह की मृत्यु एफआईआर संख्या नंबर 238/17 पुलिस थाना अशोक नगर से सम्बंधित प्रकरणों की जांच सीबीआई से करवाये जाने पर सहमति बनी थी।

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उनमें से कई तो वहां थे ही नहीं मौजूद : लेकिन पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने उक्त समझौते पत्र से परे जाकर राजनैतिक षड्यंत्रपूर्वक जसवंतगढ थाने में हुई एफआईआर की जाँच भी सीबीआई से करवाकर समाज पर कुठाराघात करते हुए चार्जशीट पेश करवा कर समाज के 24 सामाजिक व संख्या लागों को फंसाने का गैरकानूनी कुकृत्य किया जा रहा है। लोटवाड़ा ने कहा कि सीबीआई ने समाज के जिन 24 लोगो के खिलाफ चार्जशीट पेश की है। उनमें से अधिकतर तो सांवराद में गए ही नही थे।