कुपोषण दूर करने के लिए अनिल अग्रवाल फाउन्डेशन का अभियान लांच

अनिल अग्रवाल फाउन्डेशन
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75 रेसिपियों के साथ ‘पोषण माह 2022’ शुरू

नई दिल्ली। भारत के अग्रणी विविध प्राकृतिक संसाधन सदन वेदांता लिमिटेड की परोपकारी शाखा अनिल अग्रवाल फाउन्डेशन सभी वेदांता नंदघरों में महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण की 75 रेसिपियों के साथ ‘पोषण माह 2022’ का जश्न मना रहा है। प्रोजेक्ट नंदघर अनिल अग्रवाल फाउन्डेशन की प्रमुख पहल है, जो इन 75 सेहतमंद रेसिपियों के साथ समाज में पोषण की स्थिति को सशक्त बनाने के लिए प्रयासरत है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों में हर प्रकार के कुपोषण (स्टंटिंग, वेस्टिंग यानि ठीक से विकास न होना) को दूर करना और गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं की पोषण संबंधी सभी ज़रूरतों को पूरा करना नंदघर का मुख्य उद्देश्य है।

गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को मिलेगा फायदा

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सभी को सही पोषण उपलब्ध कराकर अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की नंदघर की प्रतिबद्धता के तहत इस अभियान की शुरूआत की गई है। भारत के स्थानीय भोजन में उपलब्ध पोषक तत्वों की व्यापक रेंज के बारे में जागरुकता बढ़ाना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है ताकि इन पोषक तत्वों के फायदे गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों तक पहुंचाए जा सकें।

मोदी ने किया था पोषण माह का उल्लेख

अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के दौरान हाल ही में राष्ट्र को संबोधित करते हुए माननीय प्रधानमंत्री ने पोषण माह का उल्लेख किया, जिसका आयोजन हर सितम्बर में किया जाता है। ‘सितम्बर माह में हम त्योहार तो मनाते ही हैं, साथ ही पोषण के बारे में जागरुकता बढ़ाने पर भी जोर देते हैं। ‘प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा। इस दिशा में जागरुकता एवं सामुहिक कार्यों के महत्व पर बात करते हुए उन्होंने कहा ‘सामाजिक जागरुकता के लिए किए जाने वाले प्रयास कुपोषण की चुनौतियों को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।’

अनिल अग्रवाल फाउन्डेशन
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इस अनूठी पहल के बारे में बात करते हुए मिस प्रिया अग्रवाल हेब्बर, डायरेक्टर, वेदांता लिमिटेड ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के मिशन के अनुरूप देश से कुपोषण को दूर करने के प्रयास में, हमने खासतौर पर ग्रामीण भारत की महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने के उद्देश्य से इस पहल की शुरुआत की है। ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध स्थानीय अवयवों को ध्यान में रखते हुए ये 75 पोषक रेसिपियां तैयार की गई हैं।’ हर साल सितम्बर में आयोजित पोषण माह का उद्देश्य ऐसी व्यापक रणनीति बनाना है जो पोषक कंटेंट, व्यापक पहुंच के माध्यम से देश में कुपोषण को दूर करने तथा इम्युनिटी, स्वास्थ्य एवं वैलनैस को बढ़ाने में कारगर हो।

नंदघर शिक्षा एवं चिकित्सा सेवा के लिए प्रतिबद्ध

वेदांता के नंदघर प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप बाल कुपोषण को दूर करने, महिलाओं के सशक्तीकरण तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वर्तमान में, देश के 13 राज्यों में 3500 से अधिक नंदघर हैं, जो 1,40,00 बच्चों एवं 1,05,000 महिला लाभार्थियों के जीवन स्तर में सुधार लाने और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने में मदद कर रहे हैं।

पिछले सालों के दौरान वेदांता ने देश में कई प्रभावी सीएसआर प्रोग्रामों का संचालन किया है और इसे समाज के प्रति देश के सबसे ज़िम्मेदार कॉर्पोरेट्स में से एक माना जाता है। कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष में विभिन्न सीएसआर प्रयासों पर रु 399 करोड़ खर्च किए। इन प्रयासों के तहत महामारी के दौरान राहत कार्यों, बच्चों के कल्याण शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य सेवाओं, स्थायी कृषि एवं पशु कल्याण, युवाओं के कौशल, पर्यावरण संरक्षण एवं पुनर्वास, समुदाय के विकास आदि पर ध्यान केन्द्रित किया गया।

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