एसोसिएशन ऑफ ऑस्ट्रेलियन राजस्थानी ने धूमधाम से आयोजित किया दिवाली मिलन समारोह

राजस्थान फाउंडेशन सिर्फ संगठन नहीं एक सोच है जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं: धीरज श्रीवास्तव

मेलबर्न। एसोसिएशन ऑफ ऑस्ट्रेलियन राजस्थानी (एओएआरआई) द्वारा भारत के कान्सुलेअ जनरल मेलबर्न के सहयोग से और राजस्थान फाउंडेशन (राजस्थान सरकार) के अद्वितीय समर्थन के साथ अपने सदस्यों के लिए दिवाली और नये साल का स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया। वैश्विक महामारी कोविड 19 के बाद लोगों को एक्चुअल कार्यक्रम के जरिये एक दूसरे से आमने सामने मिलने का मौका मिला। बच्चों सहित 80 से अधिक लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में चाय और कचौरी के साथ पारंपरिक राजस्थानी लंच परोसा गया। गिरीश सिंह काव्या कौंसुल (कॉमरेड, प्रेस, कल्चर, पीओएल, एंड एजूकेशन) मुख्य अतिथि थे और धीरज श्रीवास्तव, कमिश्नर राजस्थान फाउंडेशन का एक स्पेशल मैसेज वीडियो भी कार्यक्रम के दौरान जारी किया गया।

कार्यक्रम के प्रायोजक लोन प्लाजा, क्लियर टैक्स और मीडिया पार्टनर एकमात्र राजस्थानी भाषा की पत्रिका माणक और प्रामाणिक अखबार दैनिक जलतेदीप मीडिया पार्टनर रहे। आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में बसे प्रवासी राजस्थानियों को एक साथ लाने, शिक्षा, व्यापार और सोशल वेलफेयर के क्षेत्रों में सहायता प्रदान करने के लिए एसोसिएशन ऑफ़ ऑस्ट्रेलियन राजस्थानी (एओएआरआई) का गठन किया गया है।

प्रवासी राजस्थानियों का मजबूत व्यापार नेटवर्क बनाने पर जोर: गिरीश सिंह काव्या

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गिरीश सिंह काव्या ने कार्यक्रम के दौरान कहा, प्रवासी राजस्थानियों के लिए अपनी सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाना हमारा मकसद है साथ इस बात की जानकारी भी देना चाहते हैं कि वे अपनी मातृभूमि में निवेश कैसे कर सकते हैं और इन 2 मित्र राष्ट्रों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।

गिरीश ने प्रवासियों के लिए प्रवासियों के भीतर मजबूत व्यापार नेटवर्क बनाने और भारत में या ऑस्ट्रेलिया के भीतर भारत से व्यापार करने से संबंधित किसी भी मुद्दे के लिए कॉन्सुल जनरल तक पहुंचने पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी के लिए ऐसी प्रतियोगिताएं जरूरी हैं ताकि वह अपने पुरखो की मातृभूमि से जुड़ें ओर अपनी मिट्टी ओर परंपराओं के निर्वाह को आगे तक ले जा सकें।

प्रतिभागी बच्चों ने किया अपनी कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन

कार्यक्रम में एक टैलेंट शो भी आयोजित किया गया जहां 12 साल से कम उम्र के बच्चों ने अपने रूबिक्स क्यूब सॉल्विंग स्किल्स और भारतीय शास्त्रीय गायन स्किल का बेहतर प्रदर्शन किया।

पार्टिसिपेट करने वाले बच्चों को अपनी शानदार प्रस्तुति और कला के लिए सम्मान भी दिया गया।

माणक पत्रिका और दैनिक जलतेदीप को विशेष धन्यवाद दिया

एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा (फलोदी) और सचिव वीरेंद्र खटाना (जोधपुर) सहित एसोसिएशन की कार्यकारी समिति ने कार्यक्रम और संगठन पर अपने विचार व्यक्त किये। जितेंद्र शर्मा और वीरेंद्र खटाना ने बताया कि सगंठन प्रवासी राजस्थानियों को हर संभव मदद देता है।

साथ ही दोनों पदाधिकारियों ने स्पॉन्सर लोन प्लाजा, क्लियर टैक्स और मीडिया पार्टनर राजस्थानी पत्रिका माणक और दैनिक जलतेदीप को विशेष धन्यवाद दिया।

ऑस्ट्रेलिया में प्रवासियों के लिए हैल्पलाइन शुरु

इन दोनों पदाधिकारियों के प्रयासों से ही यह कार्यक्रम सफल हो पाया। इस दौरान यूएओएआरआई हेल्पलाइन भी जारी की गई ताकि ऑस्ट्रेलिया में बसे सभी राजस्थानियों के लिए ऑस्ट्रेलिया के किसी समय पर कॉल करने की सुविधा होगा। इस हैल्पलाइन के जरिये प्रवासी राजस्थानियों को हरसंभव मदद प्रदान करने के साथ ही जरूरी मार्गदर्शन भी दिया जायेगा।

राजस्थानी प्रवासियों की मदद करना राजस्थान फाउंडेशन का पहला मकसद: धीरज श्रीवास्तव

दिवाली मिलन समारोह कार्यक्रम के दौरान राजस्थान फाउंडेशन कमिश्रर धीरज श्रीवास्तव ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, राजस्थान फांउडेशन ने पूरी दुनिया में मौजूद प्रवासी राजस्थानियों को एक मंच पर लाने काम किया है। राजस्थान फांडेशन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दूरदर्शी सोच का नतीजा है जिसके आज सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। राजस्थान फाउंडेशन एक संगठन नहीं बल्कि एक सोच है जिसका मकसद प्रवासी राजस्थानियों की हर संभव मदद करना है ओर उनको मातृभूमि से जोडऩा है।

एसोसिएशन ऑफ ऑस्ट्रेलियन राजस्थानी (एओएआरआई) जैसे एसोसिएशन संगठन राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा गठित राजस्थान फाउंडेशन के कामों को आगे ले जा रहे हैं ओर प्रवासी राजस्थानी को अपनी मातृभूमि से जोडऩे का काम कर रहेे हैं। मिलन जैसी पारंपारिक प्रतियोगिता और कार्यक्रम आयोजित कर वह आने वाली पीढ़ियों को भी अपनी मिट्टी से जोडऩे का काम कर रहे हैं।