राजस्थान एसोसिएशन केन्या, ईस्ट अफ्रीका के फाउंडर ट्रस्टी बजरंग सिंह राठौड़ जयपुर पधारे, राजस्थानी मोट्यार परिषद ने किया स्वागत सत्कार

माणक पत्रिका व दैनिक जलतेदीप के जयपुर कार्यालय पहुंचे पर राठौड़ का राजस्थानी मोट्यार परिषद के अध्यक्ष डॉ शिवदान सिंह जोलावास व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष दीपक मेहता (प्रबंध संपादक) ने पगड़ी पहनाकर किया सम्मान

जयपुर। ईस्ट अफ्रीका के केन्या में राजस्थान एसोसिएशन के फाउंडर ट्रस्टी बजरंग सिंह राठौड़ व राजस्थानी भाषा को द्वितीय राजभाषा का दर्जा और केंद्र सरकार से संवैधानिक मान्यता दिलवाने के लिए किये जा रहे है प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे राजस्थानी मोट्यार परिषद अध्यक्ष डॉ शिवदान सिंह जोलावास दैनिक जलतेदीप के जयपुर स्थित कार्यालय पहुंचे। जलतेदीप कार्यालय पहुंचने पर उनका प्रबंधक संपादक और राजस्थानी मोट्यार परिषद के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष दीपक मेहता ने उनका स्वागत किया। इस दौरान राजस्थानी मोट्यार परिषद के अध्यक्ष डॉ शिवदान सिंह जोलावास व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष दीपक मेहता ने बजरंग सिंह राठौड़ को राजस्थानी पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया। दीपक मेहता ने उन्हें राजस्थानी भाषा की एकमात्र पारिवारिक मासिक पत्रिका माणक की प्रति भेंट की।

दीपक मेहता ने इस दौरान मायड़ भाषा को राजकीय और संवैधानिक भाषा का दर्जा दिलवाने के लिए किये जा रहे प्रयासों को लेकर चर्चा की और भविष्य की रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही उन्होंने राजस्थान एसोसिएशन के माध्यम अफ्रीका में प्रवासी राजस्थानियों के लिए की जा रही हरसंभव मदद के लिए बजरंग सिंह राठौड़ को बधाई दी और भविष्य के लिए किये जाने वाले कार्यों के लिए शुभकामनाएं दीं।

इन राजस्थानी शुभचिंतकों से की मुलाकात

बजरंग सिंह राठौड़ ने जयपुर यात्रा के दौरान एफ एम रेडियो सिटी के रीजनल प्रोग्रामिंग हेड अजय सिंह राठौड़ से उनके कार्यालय में मुलाकात की। वहां रेडियो सिटी द्वारा राजस्थानी भाषा में चलाये गये कार्यक्रमों की जानकारी उन्हें दी गई।

उसके बाद वे सारांश स्टूडियो में फिल्म डायरेक्टर सुरेश मुद्गल से मिले। सुरेश मुद्गल ने इस अवसर पर अपने स्टूडियों में उनका विशेष इंटरव्यू भी रिकॉर्ड किया । स्टूडियों के फाउंडर अमित ओझा ने स्टूडियो की गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। इसके अलावा राठौड़ आर टी आई एक्टिविस्ट ओम प्रकाश ओझा, सीमा राठौड़ महिला मोर्चा पाटवी, फारुख आफरीदी ओएसडी मुख्यमंत्री राजस्थान से भी मिले। इन मुलाकात के दौरान डॉ. शिवदान सिंह जोलावास, राष्ट्रीय अध्यक्ष राजस्थानी मोट्यार परिषद विशेष रूप से साथ रहे।

इस दौरान राठौड़ आरटीआई एक्टिविस्ट ओम प्रकाश ओझा द्वारा राजस्थानी भाषा की मान्यता के संदर्भ वाले दस्तावेजों और उनके द्वारा किये जा रहे प्रयासों से काफी प्रभावित हुए।

धीरज श्रीवास्तव के प्रयासों से ही प्रवासी राजस्थानी एक मंच पर आये हैं : राठौड़

इस दौरान राठौड़ ने राजस्थान फाउंडेशन के अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव की भी जमकर प्रशंसा की। राठौड़ ने कहा कि धीरज श्रीवास्तव के प्रयासों से ही आज विश्वभर में फैले प्रवासी राजस्थानी एक मंच पर आये हैं। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों को एकजुट करने का काम किया है। राजस्थान फाउंडेशन का गठन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दूरदर्शी सोच का नतीजा है। राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से धीरज श्रीवास्वत ने प्रवासी राजस्थानियों की हरंसभव मदद की है। कोरोना काल में भी धीरज श्रीवास्तव के प्रयासों से ही प्रवासी राजस्थानियों को अपनी मातृभूमि के लोगों की मदद करने का अवसर मिला। राजस्थान फाउंडेशन की वजह से ही हजारों मील दूर होते हुए भी प्रवासी राजस्थानी आज अपनी मातृभूमि से जुड़ पाये हैं।