बारां की रीट परीक्षार्थी संघर्ष समिति ने सौंपे ज्ञापन

बारां। बीएसटीसी डिग्री धारियों ने रीट प्रथम लेवल में बीएड डिग्री धारियों को शामिल नहीं करने की मांग को लेेकर सोमवार को मिनी सचिवालय पहुंचक कलेक्टर को तथा खान व गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया को ज्ञापन सौंपा। बीएसटीसी अभ्यर्थी नितेश प्रजापति ने बताया कि जोधपुर हाईकोट में आगामी 22 नवंबर को होने वाली सुनवाई में एजी फिजिकल पैरवी करने पहुंचे तथा बीएसटीसी अभ्यर्थियों का पक्ष मजबूती से रखे।

ताकि रीट लेवल प्रथम में बीएड अभ्यर्थियों को बाहर किया जा सके। बीएसटीसी महिला अभ्यर्थी कीर्ति मेहरा ने कहा कि राज्य सरकार बीएसटीसी धारकों के हितों को ध्यान में रखते हुए न्याय दिलाए। ज्ञापन देने वालों में कुलदीप मेघवाल, नीरज, मैना, राधे, कौशल रावल, देवांगना मीणा, रामहेत, कृष्णा, आशा, अजय सहरिया, राकेश मालव आदि शामिल थे।

वहीं, शहर में सोमवार को रीट संघर्ष समिति ने पदों में वृद्धि कर 50 हजार करने के लिए मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्ट्रेट में एकत्रित होकर खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया तथा कलेक्टर राजेंद्र विजय को ज्ञापन दिया। संघर्ष समिति के मयंक तिवारी ने बताया कि रीट परीक्षा का आयोजन 3 साल बाद हुआ है। इतने साल के बाद परीक्षा से जो विज्ञप्ति है वह 31 हजार है, जो बहुत कम है। ऐसे में इसको 50 हजार करने के लिए ज्ञापन सौंपा गया है। खान मंत्री भाया ने आश्वस्त किया है कि जयपुर में होने वाली केबिनेट बैठक में वह परीक्षार्थी भावनाओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे। इस दौरान सुनील शर्मा मंडोला, नीरज मंडोला, राहिल, किरण कुमार, शाहरूख, रितेश, गोपाल समेत सैकड़ों परीक्षार्थी मौजूद रहे।