प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर नल कनैक्शन के कार्य में आई तेजी

राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में 18 लाख 80 हजार घरों में नल से पहुंचा जल

इस वर्ष अब तक 6 लाख से अधिक घरों में हुए कनैक्शन प्रदेश के 405 गांवों और 50 ग्राम पंचायतों के सभी घरों में नल से जल कनैक्शन की सुविधा

जयपुर। प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर नल से जल कनैक्शन देने के कार्य में लगातार गति आ रही है। राज्य में इस वर्ष अब तक 6 लाख से अधिक परिवारों को घर-घर नल कनैक्शन दिए जा चुके हैं। इसे मिलाकर प्रदेश के गांव और ढ़ाणियों में जेजेएम के तहत 18 लाख 80 हजार के करीब घरों को नल कनैक्शन से जोड़ दिया गया है। जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में 405 गांवों और 50 ग्राम पंचायतों के सभी घरों में अब नल से जल कनैक्शन की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है इसके साथ ही 406 अन्य गांवों में 90 प्रतिशत से ज्यादा घरों में नल कनैक्शन दिए जा चुके है। ऐसे गांवों में शेष बचे घरों में नल कनैक्शन देकर पूरे गांवों का कवरेज शीघ्रता से पूर्ण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है। उन्होने बताया कि जलदाय विभाग में उच्च स्तर से प्रतिदिन मॉनिटरिंग और फील्ड में कार्यरत अभियंताओं की मेहनत से प्रदेश में जेजेएम के तहत प्रतिदिन नए गांवों और ढाणियों को जोड़ने का आंकड़ा भी अब 3 हजार के करीब पहुंच गया है।

डॉ. कल्ला ने बताया कि आगामी दिनों में प्रदेश में जल जीवन मिशन के कार्यों में और गति देखने को मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में नई योजनाओं की स्वीकृति, डीपीआर बनाने, टेंडरिंग और मौके पर ग्रामीणों को जल कनैक्शन से लाभान्वित करने के कार्यों में वृद्धि के लिए जेजेएम से जुड़े सभी घटकों की प्रगति की रोजाना समीक्षा करते हुए अधिकारियों को राज्य स्तर से मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देश जारी किए जा रहे है। सभी सम्भागीय अधिकारियों के साथ हर सप्ताह वीसी के माध्यम से प्रगति की समीक्षा की जा रही है। इसके साथ ही पिछले एक माह में राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति की तीन बैठकें आयोजित कर सिंगल एवं मल्टी विलेज स्कीम्स के साथ ही मेजर प्रोजेक्ट्स के तहत नई स्वीकृतियां जारी करने के कार्यों को भी सक्रियता से सम्पादित किया जा रहा है।

जलदाय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में जल जीवन मिशन की प्रगति में सकारात्मक सुधार के साथ ही ग्रामीणों की सहभागिता में वृद्धि और ग्राम स्तर पर लोगों से व्यापक चर्चा के बाद योजनाओं के निर्माण की दिशा में भी लगातार कार्य किया जा रहा है। अभी तक 40 हजार से अधिक ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों के गठन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इन समितियों के 23 हजार 502 सदस्यों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।

डॉ. कल्ला ने बताया कि प्रदेश में चालू वित्तीय वर्ष में अब तक बीकानेर रीजन के तहत श्रीगंगानगर जिले में घर-घर नल कनैक्शन देने में 40 हजार 833 कनैक्शन के साथ लक्ष्य की तुलना में सर्वाधिक 74.1 प्रतिशत प्रगति दर्ज हुई है। अजमेर रीजन में नागौर जिला 69 हजार 349 कनैक्शन (लक्ष्य की तुलना में 61.7 प्रतिशत प्रगति) के साथ दूसरे तथा उदयपुर रीजन में राजसमंद 24 हजार 114 कनैक्शन (57.5 प्रतिशत प्रगति) के साथ तीसरे स्थान पर है। इसी प्रकार भरतपुर रीजन के सवाईमाधोपुर जिले में 15 हजार 640 कनैक्शन (54.3 प्रतिशत प्रगति), जयपुर रीजन-द्वितीय के सीकर जिले में 27 हजार  617 कनैक्शन (50 प्रतिशत प्रगति), एनसीआर रीजन के अलवर में 25 हजार 755 कनैक्शन (49.2 प्रतिशत प्रगति) तथा कोटा रीजन में बूंदी जिले में 6 हजार 798 कनैक्शन (47.6 प्रतिशत प्रगति) प्रगति अब तक दर्ज की गई है।

अन्य जिलों में इस वर्ष अब तक अजमेर में 11 हजार 971 कनैक्शन (भीलवाड़ा में 26 हजार 733 कनैक्शन, टोंक में 15 हजार 581 कनैक्शन, भरतपुर में 14 हजार 523, धौलपुर में 3 हजार 876, करौली में 9 हजार 761, बीकानेर में 8 हजार 880, हनुमानगढ़ में 23 हजार 121, चुरू में 25 हजार 793, दौसा में 4 हजार 169, झुंझुनू में 7 हजार 957, जयपुर में 56 हजार 265,  जोधुपर में 31 हजार 223, पाली में 16 हजार 341, बाड़मेर में 13 हजार 835, जैसलमेर में एक हजार 275, जालौर में 20 हजार 398, सिरोही में 7 हजार 794ख् बारां में 4 हजार 461, झालावाड़ में 7 हजार 252 कोटा में 6 हजार 440, चितौड़गढ़ में 25 हजार 328, डूंगरपुर में 13 हजार 45, प्रतापगढ़ में 2 हजार 562 तथा उदयपुर में 24 हजार 586 कनैक्शन दिए जा चुके है।