
बीकानेर। राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के निर्णय अनुसार अपनी सात सूत्री मांगों के लिए राजस्व कार्यो का बहिष्कार जारी रखते हुए नोखा तहसील के तहसीलदार, समस्त गिरदावर, पटवारी रविवार को भी उपखंड कार्यालय के सामने क्रमिक अनशन और सत्यागृह स्थल पर मौजूद रहे।
रविवार को क्रमिक अनशन पर पटवारी पुनमकंवर, पटवारी रामदयाल, पटवारी नेमीचंद सियाग, पटवारी श्रवणराम मूंड, गिरदावर अर्जुनराम कुमावत रहे। राजस्व सेवा परिषद ने संकल्प लिया कि जब तक सरकार की उदासीनता एवं संवादहीनता खत्म नहीं एवं सात सूत्री मांगें नहीं मानी जाएगी। तब तक समस्त राजस्व कार्यो का बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन का संचालन, प्रदर्शन संयोजक ऑफिस कानूनगो नोखा रामेश्वरलाल पूनिया ने किया।
लूणकरणसर संवाददाता के अनुसार उपखंड मुख्यालय के आगे राजस्व सेवा परिषद के कार्मिकों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया। उन्होंने सरकार से वेतन विसंगति दूर करने, 3 जुलाई 2021 को हुए समझौते को लागू करवाने, नायब तहसीलदार के पद राजपत्रित पद घोषित करने, डीपीसी के रिक्त पद भरने, नवीन पद सृजित करवाने, स्थानांतरण की स्पष्ट नीति निर्धारित करने, साधारण अवकाश को उपार्जित अवकाश घोषित करवाने सहित कई मांगों को लेकर धरना प्रारंभ किया।

इस मौके पर राजस्व विभाग के अधिकारियों सहित पटवारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि राजस्व विभाग के कार्मिक लम्बे समय से सरकार से विभिन्न मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे हैं। पूर्व में पटवारियों ने अतिरिक्त पटवार मंडलों का कार्य बहिष्कार करते हुए बस्ते तहसील कार्यालयों में जमा करवा दिए थे। अब उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान का बहिष्कार किया है। पटवारी बलवंत सारण, सरला महिया, मनफूल गोदारा, ईमीचन्द कूकणा आदि रविवार को क्रमिक अनशन पर बैठे।
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